नूडल्स बनाने की हिंदुस्तान की सबसे बड़ी फैक्ट्री जहां लाखों पैकेट एक ही दिन में बनकर तैयार हो जाते हैं। सभी कार्य फुल ऑटोमेटिक टेक्नोलॉजी से लैस लंबी-लंबी मशीनों द्वारा होता है, जिन्हें देखकर आप दंग रह जाएंगे। बिना किसी हुमन टच के बनता है मैगी के साथ-साथ उसका मसाला भी। 2 मिनट में पककर तैयार हो जाने वाली मैगी, जिसके सभी लोग दीवाने हैं। यह फैक्ट्री में किस प्रकार बनकर तैयार होती है, जानेंगे आज के लेख में, तो बन रहे अंत तक हमारे साथ।


इंस्टेंट नूडल्स बनाने की विधि:

मैदा से बनने वाले नूडल्स को बनाने की विधि मशीनों के माध्यम से बहुत ही आसान हो जाती है। इसमें सबसे पहले गोदाम से मैदा को कन्वेयर बेल्ट के थ्रू ऊपर लाया जाता है। उसके बाद मैदा को शिफ्टर में सीव करते हैं, ताकि उसके अंदर कोई अन्य मैटर हो तो वह इसमें लगी जाली के माध्यम से बाहर निकल जाए। तथा फिर सीव होने के बाद एक सिस्टम है स्क्रु कन्वेयर इसके थ्रू मैदा को मिक्सर में लेकर जाते हैं और उसमें अन्य इंटीग्रेटेड डाल कर मशीन चलाते हैं, जो अच्छे से 15-20 मिनट तक मिक्सिंग करता है और एक प्रकार से आटे की तरह गूंथ कर नूडल्स का पेस्ट बना लेता है। 

अब यह पेस्ट मशीन के माध्यम से सीट के रूप में बनता है और यह सीट बहुत लंबी दूरी तक चलती है और कई मशीन के अंदर से निकलती है, जिससे मैदा की सीट पहले मोटी तथा बाद में पतली होती चली जाती है। लास्ट में यह सीट 1.2 एमएम मोटी रह जाती है। मशीन में लगे डायल गेज से सीट को पतला या मोटा करने के लिए एडजस्ट कर सकते हैं। इसी तरह यह सीट दूसरी मशीन के अंदर से निकलती है, जिसमें स्लेटर तथा और भी बहुत सारे इक्विपमेंट लगे रहते हैं, जो मैदा की सीट को नूडल्स की शेप में बदल देते हैं और 7 लंबी लाइन में नूडल्स की अलग-अलग परत बना देते हैं। फिर यही सीट कन्वेयर बेल्ट पर आगे चलती रहती है।


स्टीम से कुक होते नूडल्स:

कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से नूडल्स के कटे पार्ट्स कन्वेयर बेल्ट पर रखे हुए ही स्टीम चैंबर्स में प्रवाहित होते हैं और पक कर दूसरी तरफ से बाहर निकलते हैं। स्टीम से पकाने के बाद कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से ही दूसरे चेंबर में जाते हैं। इस कूलिंग चेंबर में फैन की सहायता से नूडल्स ठंडे होते हैं और इसी के साथ एक्स्ट्रा तेल भी बाहर निकल जाता है। 

इसके बाद जो भी साइज देना होता है कटर की मदद से उस साइज में नूडल्स के पीस काट लेते हैं। कन्वेयर बेल्ट पर चलते-चलते ही क्वालिटी चेक के लिए तीन-चार लोग नूडल्स के पीस को देखते रहते हैं कि वे आपस में चिपक तो नहीं रहे या कोई पीस खराब तो नहीं हुआ। इसी के साथ ऑटोमेटेकली प्लेन पॉलिथीन में नूडल्स लिपटकर पैकेट के रूप में तैयार हो जाते हैं। 

मसाला बनाने का तरीका:

बहुत तरह के मसाले का प्रयोग करके बनाया गया यह इन हाउस मसाला भी स्वादिष्ट एवं चटपटा होता है जिसे ऑटोमेटेकली मशीन के द्वारा छोटे-छोटे पाउच में पैक किया जाता है। और इन मसाले के पाउच को नूडल्स के साथ रखकर ही पैकेट बनाते हैं और इन 8 या 10 पैकेट की लड़ी को बॉक्स में पैक कर मार्केट में सप्लाई करने हेतु तैयार कर देते हैं।

यदि कोई भाई इनसे संपर्क करना चाहे तो इनका मोबाइल नंबर 9012988888 है। दोस्तों कैसी लगी आपको यह जानकारी कमेंट कर अवश्य बताएं तथा ऐसे ही जानकारी के लिए जुड़े रहे "द एमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥