Drumstick / मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) / Sehjan(सहजन)

03 Jan 2021 | NA
Drumstick / मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa Oleifera) / Sehjan(सहजन)

कैसा होता है इसका पौधा :-

इसका पौधा लगभग 10 मीटर उँचाई वाला होता है किन्तु लोग इसे डेढ़-दो मीटर की ऊँचाई से प्रतिवर्ष काट देते हैं ताकि इसके फल-फूल-पत्तियों तक हाथ सरलता से पहुँच सके। इसके कच्ची-हरी फलियाँ सर्वाधिक उपयोग में लायी जातीं हैं।

मोरिंगा /सहजन के फायदे :-

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे--हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सहजन की पत्तियों का रस निकालकर काढ़ा बनाकर देने से लाभ मिलता है। साथ ही इसका काढ़ा पीने से घबराहट, चक्कर आना, उल्टी में भी राहत मिलती है।

    कैल्शियम बढ़ाये:-

    सहजन की फली में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे हड्डियां और दांत दोनों ही मजबूत बनते हैं। इसे गर्भवती महिलाओं को देने से उनके     होने वाले बच्चों में कैल्शियम की मात्रा भरपूर मिलती है और होने वाला बच्चा तंदुरस्त होता है।

    मोटापा कम करे:-

    मोटापा और शरीर की बढ़ी हुई चर्बी को दूर करने के लिए सहजन को एक लाभदायक औषधि माना गया है। इसमें फॉस्फोरस की मात्रा पायी जाती है जोकि शरीर की     अतिरिक्त कैलोरी को     कम करती है और साथ ही वसा को कम कर मोटापा कम करने में सहायक होती है।

 कम पानी में भी कर सकते है अधिक पैदावार :-

मोरिंगा या सहजन मानव जाति के इतिहास में सबसे व्यापक रूप से इस्‍तेमाल होने वाले पौधों में से एक है। मोरिंगा की खासियत यही है कि इसे पानी की कमी होने की स्थिति‍ में भी उगाया जा सकता है। इसकी सबसे ख़ास बात यही है की यदि कुछ दिनों तक इस पौधे को पानी न भी दे तो इसका पौधा मरता नहीं है।   ये कई तरह के जरूरी पोषक तत्‍वों, खनिज पदार्थों और विटामिंस का बेहतरीन स्रोत है। यहां तक कि दुनियाभर में इसे सुपरफूड कहा जाता है। 


पत्ती और फली दोनों का उठा सकते है आप लाभ :-

भारत के कुछ राज्यों में जैसे महाराष्ट्र ,आंध्र प्रदेश ,कर्नाटका और तमिलनाडु इत्यादि छेत्रो में फली का प्रोडक्शन ज्यादा मात्रा में होता है , और कुछ राज्यों में जैसे राजस्थान और गुजरात जैसे छेत्रो में पत्तो का प्रोडशन ज्यादा होता है।  फली की खेती करने के लिए आपको ज्यादा मजदूरों की आव्यशकता नहीं होती है इसीलिए अधिकतर छेत्रो में किसान भाई फली की खेती ज्यादा करते है , इसके अतिरिक्त यदि आप सहजन के पत्तो का प्रोडक्शन करना चाहते है तो उसके  लिए आपको मजदूरों की अधिक संख्या में आव्यशकता होगी।  


1 एकड़ जमीन में कितना प्रोडक्शन ले सकते है:-

यदि प्रोडक्शन की बात करे तो फली और पत्ते दोनों का प्रोडक्शन अलग अलग मात्रा में होता है। 1 एकड़ जमीन में लगभग 10 से 14 टन फली की पैदावार आप ले सकते है और इसी प्रकार 1  एकड़ जमीन में लगभग डेढ़ से तीन टन पत्तो की पैदावाल आप ले सकते है।  पत्तो की पैदावार इसलिए कम होती है क़्योंकी पत्तो को काम में लाने के लिए उनको सुखाना होता है , लगभग एक किलो पत्तो को सूखाने पर 100 ग्राम पत्ते बचते है।   


पौधे को लगाने की विधि :-

इस पौधे को लगाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की आपकी जमीन कितनी उपजाऊ है।  यदि आपकी मिट्टी काली अथवा भारी है तो आप 12 फिट से 6 फिट के अंतराल के साथ पौधा लगा सकते है, उसमे लगभग 1 एकड़ में 600 पौधे लगते है।  मीडियम प्रकार की मिट्टी में आप 10 फिट से 6 फिट की अंतराल के साथ आप पौधा लगा सकते है , उसमे लगभग 1 एकड़ में 700 पौधे लगते है। यदि आपकी मिट्टी कुछ पथरीली है तो उसमे 10 फिट से 5  फिट की अंतराल के साथ आप पौधा लगा सकते है , उसमे लगभग 1 एकड़ में 900 पौधे लगते है।

सहजन पौधे के बारे में और अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक https://www.youtube.com/watch?v=kXs38o1o3h8 पर क्लिक करके ले सकते है।  


कैसे और कहाँ बेच सकते है :-

सहजन की फली और पत्ते बेचने के लिए भारत में भी बहुत marcket है जैसे मुंबई ,पुणे ,कोलकाता ,अहमदाबाद आदि कई शहरों में इसकी काफी खपत होती है। इसके अतिरिक्त आप दूसरे देशो में भी निर्यात कर सकते है जैसे ईंग्लैंड ,पेरिस , सिंगापुर , दुबई , थाईलैंड आदि कई देशो में आप इन्हे निर्यात कर सकते है। निर्यात करने के दो तरीके होते है, एक आप खुद अपनी एक्सपोर्ट कंपनी खोलके खुदसे दूसरे देशो में कांटेक्ट करके निर्यात कर सकते है परन्तु उसके लिए आपके पास फली और पत्तो की मात्रा बहुत अधिक होनी चाहिए।  और इसके अलावा दूसरा तरीका है की आप किसी एक्सप्रोट कंपनी से संपर्क करके अपने माल की आपूर्ति करा सकते है। 


निष्कर्ष:- अध्‍ययनों में सामने आया है कि सहजन सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती है और इस वजह से अब ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग इसका उपयोग करने लगे हैं।  भारत के अधिकतर राज्यों में सहजन की खेती की जा रही है जिससे किसान भाई मुनाफा उठा रहे है।  एक छोटा किसान भी इसकी खेती करके अधिक लाभ कमा सकता है।  इस पौधे के विषय में और अधिक जानकारी लेने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल hello kisaan पर अथवा निचे दी गयी वीडियो पर क्लिक करके ले सकते है।  



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