ज्ञानंदरे त्यागी जी की मिसाल: मेहनत, लगन और ट्रैक्टरों का जुनून


उत्तर प्रदेश के इकड़ी गांव में रहने वाले ज्ञानंदरे त्यागी जी आज किसानों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उन्होंने न केवल अपनी खेती को विस्तार दिया, बल्कि पुराने और नए ट्रैक्टरों का ऐसा संग्रह तैयार किया है जो किसी किसान संग्रहालय से कम नहीं लगता। उनकी मेहनत और लगन की मिसाल दूर-दूर तक दी जाती है।

10 बीघा से 110 बीघा तक का सफर
त्यागी जी ने अपने जीवन की शुरुआत बहुत सीमित संसाधनों के साथ की थी। उनके पास मात्र 10 बीघा जमीन थी। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। मेहनत की, कृषि में नए प्रयोग किए और धीरे-धीरे जमीन बढ़ाते गए। आज उनके पास 110 बीघा उपजाऊ भूमि है। यह बदलाव एक किसान की सोच, मेहनत और संघर्ष की असली कहानी को बयां करता है।
ट्रैक्टरों का जज़्बा – खेती का सच्चा साथी
उनके पास आज 5-6 ट्रैक्टर हैं, जो उनके खेतों की शक्ति बन चुके हैं। लेकिन जो ट्रैक्टर सबसे खास है, वो है – DT-14, जो 1971 मॉडल का है। इस ट्रैक्टर को उनके पिता जी ने नया खरीदा था, उस समय इसकी कीमत महज 18,000 रुपये थी। आज के हिसाब से यह रकम बहुत कम लगती है, लेकिन उस जमाने में यह एक बड़ी खरीद थी।
DT-14 की खास बातें:
इसमें 4 गियर हैं जो आज के कई ट्रैक्टरों की तुलना में अलग तकनीक पर आधारित हैं।
इसके तीन ब्रेक हैं – दो साइड में और एक लेफ्ट साइड ब्रेक, जिससे ट्रैक्टर की पकड़ और नियंत्रण बेहतर होता है।
इसे हथी (हाथ से घुमाने वाली क्रैंक) से स्टार्ट किया जाता था। पहले हाथ से घुमाना पड़ता था, फिर वाल डालने पर यह चालू होता था।
इसमें 1700 वोल्ट का इलेक्ट्रिकल सिस्टम भी है।
ट्रैक्टर में हाइड्रोलिक सिस्टम भी मौजूद है जो उस समय के हिसाब से अत्यंत आधुनिक था। इससे पीछे जुड़ा औजार ऊपर-नीचे किया जा सकता है।
पीछे हाइड्रोलिक पाइप भी लगे हैं, जो ट्रॉली, टिलर या अन्य उपकरणों को जोड़ने में मदद करते हैं।

एक तकनीकी चमत्कार – बिना जैक के टायर बदलना
इस ट्रैक्टर की खास बात यह है कि यदि इसके टायर में पंचर हो जाए, तो ट्रैक्टर को जैक लगाने की जरूरत नहीं। बस पीछे कोई औजार जैसे टिलर आदि जोड़ दो और उसे नीचे छोड़ दो, ट्रैक्टर के टायर अपने आप ऊपर उठ जाते हैं। यह एक स्मार्ट तकनीक है जो पुराने ट्रैक्टरों में देखने को कम मिलती है।
नए ट्रैक्टरों का बेहतरीन संयोजन
त्यागी जी के पास सिर्फ पुराना ट्रैक्टर ही नहीं, बल्कि नए मॉडल के ट्रैक्टर भी हैं:
1. Massey Ferguson 241 – यह नया ट्रैक्टर है जो आधुनिक खेती के लिए बहुत उपयोगी है। इसमें बेहतर हाइड्रोलिक, पावर स्टीयरिंग और कम फ्यूल खपत जैसी सुविधाएं हैं।
2. Swaraj 605 (210 मॉडल) – यह पावरफुल ट्रैक्टर है जो गहरी जुताई और भारी ट्रॉली खींचने में सक्षम है।
3. Massey Ferguson (2008 मॉडल) – एक और मजबूत और भरोसेमंद ट्रैक्टर जो खेतों में निरंतर सेवा दे रहा है।
4. Eicher ट्रैक्टर – 4 मॉडल – जो ईंधन की बचत और टिकाऊपन के लिए जाना जाता है।

मेहनत और होसले की मिसाल
त्यागी जी की कहानी यह दिखाती है कि अगर इंसान के पास मेहनत करने की ताकत और होसले की उड़ान हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। उन्होंने न केवल अपनी जमीन बढ़ाई, बल्कि ट्रैक्टरों की जानकारी और तकनीकी समझ को भी बढ़ाया। आज वे खुद अपने ट्रैक्टरों की मरम्मत, हाइड्रोलिक सुधार और औजार जोड़ने जैसे काम खुद ही कर लेते हैं।
निष्कर्ष
ज्ञानंदरे त्यागी जी न केवल एक सफल किसान हैं, बल्कि एक जिंदा प्रेरणा भी हैं – उन लाखों किसानों के लिए जो सीमित संसाधनों में कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं। ट्रैक्टर उनके लिए सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत का साथी है। उनकी सफलता यह बताती है कि सच्ची लगन, मेहनत और तकनीकी समझ के साथ हर किसान अपनी किस्मत खुद लिख सकता है।
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