पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय

28 Feb 2025 | NA
पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय

अगर कोई किसान भाई पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस करना चाहता है, तो उसके पास तीन बड़े विकल्प होते हैं:

1. ब्रायलर फार्मिंग – मांस उत्पादन के लिए

2. लेयर फार्मिंग – अंडा उत्पादन के लिए

3. हैचरी फार्मिंग – चूजा तैयार करने के लिए

आइए, इन तीनों व्यवसायों के फायदे और नुकसान को विस्तार से समझते हैं।

पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय_6905


1. ब्रायलर फार्मिंग (मीट के लिए)

फायदे-

  • सिर्फ 35 दिनों में मुर्गियां तैयार हो जाती हैं और तुरंत बिक्री कर सकते हैं।
  • अगर फार्म फुली ऑटोमेटिक न हो, तो इन्वेस्टमेंट कम लगता है।
  • अन्य पोल्ट्री व्यवसायों के मुकाबले कम खर्च में शुरू किया जा सकता है।

पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय_6905

नुकसान-

  • ब्रायलर मुर्गी का रेट हमेशा बदलता रहता है (कभी 85 रुपये किलो तो कभी 90 रुपये किलो), जिससे नुकसान हो सकता है।
  • शुरुआती टर्म में अगर नुकसान हो गया, तो कई किसान आगे इसे जारी नहीं रख पाते।

2. लेयर फार्मिंग (अंडे के लिए)

फायदे-

  • अंडे की कीमत 4 रुपये से कम नहीं होती, जिससे एक निश्चित मुनाफा मिलता है।
  • यह बिजनेस लॉन्ग टर्म में फायदे का सौदा साबित होता है।

पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय_6905

नुकसान-

  • अंडा देने लायक मुर्गी तैयार करने में कम से कम 120 दिन लगते हैं।
  • इस दौरान मुर्गियों को खिलाने का खर्चा बहुत ज्यादा होता है, जिसे छोटा किसान को मुनाफा में मुश्किल होती है 

3. हैचरी फार्मिंग (चूजा उत्पादन के लिए)

फायदे-

  • सिर्फ 21 दिनों में चूजे तैयार हो जाते हैं, जिससे जल्दी रिटर्न मिलता है।
  • इसमें मुर्गियों को लंबे समय तक खिलाने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे फीडिंग का खर्च बचता है।

नुकसान-

  • चूजा तैयार होने के बाद जल्दी बेचना पड़ता है, क्योंकि उन्हें पालने के लिए अधिक जगह और फीड की जरूरत होगी।
  • अगर बाजार में चूजे की मांग कम हुई, तो किसान को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

पोल्ट्री फार्मिंग: एक फायदेमंद व्यवसाय_6905

निष्कर्ष

अगर कोई किसान जल्दी मुनाफा कमाना चाहता है, तो ब्रायलर फार्मिंग सही विकल्प हो सकता है। अगर लॉन्ग-टर्म स्टेबल इनकम चाहिए, तो लेयर फार्मिंग बेहतर है। वहीं, अगर कम समय में इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न चाहिए, तो हैचरी फार्मिंग एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

सही योजना और बाजार की जानकारी के साथ कोई भी किसान इस बिजनेस को सफलतापूर्वक कर सकता है।



Share

Comment

Loading comments...

Also Read

मांस, दूध और ऊन से किसानों के लिए सुनहरा व्यवसाय
मांस, दूध और ऊन से किसानों के लिए सुनहरा व्यवसाय

किसान की असली ताकत सिर्फ खेत में उ

01/01/1970
रंगीन शिमला मिर्च की खेती से किसानों को मुनाफा
रंगीन शिमला मिर्च की खेती से किसानों को मुनाफा

भारत में खेती को लेकर अब सोच बदल र

01/01/1970
पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा
पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा

खेती किसानी में अक्सर किसान भाई यह

01/01/1970
एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं
एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं

भारत सिर्फ़ अपने विशाल कृषि उत्पादन के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया क

01/01/1970

Related Posts

Short Details About