वर्तमान समय में खाद्य उद्योग ने अपने उत्पादों को अधिक आकर्षक, स्वादिष्ट और लंबे समय तक संरक्षित रखने के लिए कई प्रकार के एडिटिव्स (योजक पदार्थ) का उपयोग करना शुरू कर दिया है। हालांकि, इनमें से कई एडिटिव्स स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक हो सकते हैं। आए जानते हैं उनके बारे में-



खाद्य एडिटिव्स क्या हैं?

खाद्य एडिटिव्स वे रासायनिक तत्व होते हैं, जो भोजन को संरक्षित करने, स्वाद बढ़ाने, रंग सुधारने और बनावट को बनाए रखने के लिए जोड़े जाते हैं। इनमें कृत्रिम रंग, प्रिजर्वेटिव्स, फ्लेवर एन्हांसर, मिठास बढ़ाने वाले पदार्थ और अन्य रसायन शामिल होते हैं।

हानिकारक खाद्य एडिटिव्स और उनके प्रभाव-

सोडियम बेंजोएट (Sodium Benzoate) और पोटैशियम बेंजोएट (Potassium Benzoate): इनका प्रयोग सॉस, जूस, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में प्रिजर्वेटिव के रूप में किया जाता है। यह शरीर में बेंजोइक एसिड बनाता है, जो कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि यह हाइपरएक्टिविटी और एलर्जी को भी जन्म दे सकता है।

मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG):

इसका नूडल्स, चिप्स, सूप, प्रोसेस्ड फूड में फ्लेवर एन्हांसर के रूप में प्रयोग होती है। ये MSG चीन सिंड्रोम नामक समस्या पैदा कर सकता है, जिसमें सिरदर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, एलर्जी, और मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (Aspartame, Saccharin, Sucralose):

इनका प्रयोग डाइट सोडा, लो-कैलोरी मिठाइयों और अन्य शुगर-फ्री उत्पादों में किया जाता है। इसका लंबे समय तक सेवन करने पर कैंसर, मेटाबोलिक डिसऑर्डर, मोटापा और तंत्रिका तंत्र की समस्याएं हो सकती हैं।

हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (High Fructose Corn Syrup - HFCS):

सॉस, डिब्बाबंद जूस, कोल्ड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड में मिठास बढ़ाने के लिए प्रयोग होता है तथा इससे मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग और फैटी लीवर जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है।

ट्रांस फैट (Partially Hydrogenated Oils):

बेकरी उत्पाद, जंक फूड, पैकेज्ड स्नैक्स में प्रयोग होता है तथा यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को बढ़ाता है, हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है और शरीर की सूजन को बढ़ा सकता है।

कृत्रिम रंग (Artificial Colors - Yellow 5, Red 40, Blue 1, etc.):

इसका प्रयोग कैंडी, सोडा, स्नैक्स, मिठाइयों में किया जाता है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि ये कैंसर, एलर्जी, हाइपरएक्टिविटी (ADHD) और प्रतिरक्षा प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

सोडियम नाइट्राइट और नाइट्रेट (Sodium Nitrite &Nitrate):

प्रोसेस्ड मीट, सॉसेज, हॉट डॉग, बेकन में इसका प्रयोग होता है। जब यह शरीर में टूटता है, तो नाइट्रोसामाइन बनता है, जो पाचन तंत्र के कैंसर से जुड़ा हो सकता है।


कैसे बचें इन हानिकारक एडिटिव्स से?

पैक्ड और प्रोसेस्ड फूड से बचें: ताजा फल, सब्जियां और घर का बना भोजन अधिक सुरक्षित होता है।

लेबल पढ़ें: खाद्य उत्पाद खरीदने से पहले संघटक सूची (Ingredients) को ध्यान से पढ़ें और हानिकारक योजकों से बचें।

जैविक (ऑर्गेनिक) खाद्य पदार्थ अपनाएं: जैविक उत्पादों में हानिकारक एडिटिव्स का उपयोग नहीं किया जाता।

शुगर-फ्री और लो-कैलोरी उत्पादों से सावधान रहें: इनमें कृत्रिम स्वीटनर्स हो सकते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।

घर का बना भोजन प्राथमिकता दें: ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों से बना भोजन अधिक सुरक्षित और पोषक होता है।

दोस्तों "स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी है, इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।अतः इससे बचे क्योंकि आधुनिक खाद्य उद्योग में उपयोग किए जाने वाले कई एडिटिव्स स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। कैंसर, मोटापा, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए हमें अपने खानपान में सावधानी बरतनी होगी। प्राकृतिक और बिना एडिटिव्स वाले भोजन का सेवन कर हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। ऐसे ही जानकारी के लिए जुड़े रहे Hello Kisaan के साथ॥ धन्यवाद॥ जय हिंद, जय किसान॥