अजीनोमोटो (Ajinomoto) एक प्रकार का मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) है, जिसका उपयोग खाद्य पदार्थों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह एक सफेद क्रिस्टलीय पाउडर होता है जो भोजन में उमामी (पाँचवाँ स्वाद) जोड़ता है, जिससे व्यंजन अधिक स्वादिष्ट लगते हैं। इसे मुख्य रूप से चाइनीज, जापानी और प्रोसेस्ड फूड में इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शरीर के लिए कई सारे नुकसान भी लेकर आता है, जिन पर आज हम विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे।

अजीनोमोटो कैसे बनाया जाता है?
अजीनोमोटो को प्राकृतिक रूप से गन्ने, चुकंदर, या टैपिओका स्टार्च के किण्वन (fermentation) से बनाते है। इसे तैयार करने के लिए निम्न चरणों का पालन किया जाता है, जिसमें सर्वप्रथम-
किण्वन प्रक्रिया: शुगर (ग्लूकोज) को बैक्टीरिया की मदद से किण्वित किया जाता है, जिससे ग्लूटामिक एसिड बनता है।
तटस्थीकरण (Neutralization): इस एसिड को सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) के साथ मिलाकर मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) बनाया जाता है।
शुद्धिकरण और क्रिस्टलीकरण: इसे फ़िल्टर करके शुद्ध किया जाता है और फिर क्रिस्टल के रूप में सुखाया जाता है।
पैकिंग और वितरण: तैयार MSG को पाउडर के रूप में पैक करके बाजार में बेचा जाता है।
अजीनोमोटो का उपयोग:
फास्ट फूड: नूडल्स, मोमोज, मंचूरियन, चाइनीज व्यंजनों में व्रत रूप से इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ रेस्टोरेंट और होटलों में सूप, फ्राइड राइस, स्नैक्स एवं प्रोसेस्ड फूड जैसे चिप्स, सॉस, इंस्टेंट फूड और घर के खाने में (कुछ लोग इसे उपयोग करते हैं) सब्जियों और करी में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग होता है।
अजीनोमोटो की कीमत:
अजीनोमोटो की कीमत मात्रा और ब्रांड के अनुसार अलग-अलग होती है। भारत में 50 ग्राम की पैकिंग ₹30-₹50 और 500 ग्राम पैक ₹300-₹500 में उपलब्ध होती है।
अजीनोमोटो के नुकसान:
हालांकि अजीनोमोटो स्वाद को बढ़ाने में कारगर है, लेकिन इसके स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव देखे गए हैं।
MSG सिंड्रोम:
MSG के अधिक सेवन से कुछ लोगों में "चाइनीज रेस्टोरेंट सिंड्रोम"(Chinese Restaurant Syndrome) के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें सिरदर्द, पसीना आना, कमजोरी, त्वचा में जलन और हृदय गति बढ़ने जैसी समस्याएँ होती हैं।
दिमागी विकास पर असर:
MSG में मौजूद ग्लूटामेट मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं (neurons) को उत्तेजित कर सकता है, जिससे स्मृति और सीखने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
मोटापा और मेटाबोलिज्म की गड़बड़ी:
MSG भूख बढ़ाने वाले हार्मोन को प्रभावित करता है, जिससे ज्यादा खाने की आदत पड़ सकती है और मोटापा बढ़ सकता है।
किडनी और लिवर पर प्रभाव:
MSG में सोडियम की अधिक मात्रा होती है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और किडनी व लिवर को नुकसान पहुँचा सकता है।
एलर्जी और अन्य समस्याएँ:
कुछ लोगों में MSG के कारण एलर्जी, पेट दर्द, गैस, डायरिया और मांसपेशियों में कमजोरी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
अजीनोमोटो स्वाद बढ़ाने वाला एक लोकप्रिय पदार्थ है, लेकिन इसके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ (WHO) और एफएसएसएआई (FSSAI) जैसे संगठनों ने इसे सीमित मात्रा में सुरक्षित माना है, लेकिन अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए। अगर संभव हो, तो प्राकृतिक स्वाद बढ़ाने वाले विकल्पों जैसे अदरक, लहसुन, नींबू और मसालों का उपयोग करें। इस प्रकार उपभोक्ताओं को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, अन्यथा शरीर पर इसके निश्चित रूप से दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं। ऐसे ही जानकारी के लिए जुड़े रहे Hello Kisaan के साथ धन्यवाद॥ जय हिंद, जय किसान॥
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