माधुर राठी जी का कमाल कचरे से टिकाऊ फर्नीचर का निर्माण


माधुर राठी जी जो CEO हैं Recycling Private Limited के ने कचरे का उपयोग करके ठोस टिकाऊ और लंबे समय तक चलने वाला फर्नीचर बनाने की एक अनोखी पहल की है।उनकी फैक्ट्री जो अमरावती में स्थित है कचरे को इकट्ठा करके अलग-अलग भाग मे बांटती है। प्लास्टिक की बोतलें और अन्य समान वस्तुएं PET हिस्से में जाती हैं। इसके बाद कचरे को बड़ी बोरियों में स्टोर किया जाता है।

प्रक्रिया की शुरुआत
1. सेग्रेगेशन (छंटाई)- कचरे को अलग-अलग भाग में बांटने के बाद उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है। यह प्रक्रिया इसे हल्का और मैनेज करने योग्य बनाती है।
2. वॉशिंग और सफाई- कचरे को पानी से धोया जाता है ताकि गंदगी और धूल हट जाए। फिर इसे सुखाने के लिए पानी निकाला जाता है।
3. मिक्सिंग और प्रोसेसिंग- सूखे हुए सामग्री को मिक्सर में डाला जाता है जहां इसे अच्छे से मिलाया जाता है।

एक्सट्रूडर मशीन का उपयोग
इस मिक्स सामग्री को एक्सट्रूडर मशीन में डाला जाता है। यहां एक स्क्रू की मदद से सामग्री को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जाता है। प्रोसेस के दौरान मेटल और अन्य अनावश्यक चीजें अलग हो जाती हैं। अंत में यह प्लास्टिक को एक फॉर्म में ढाल देता है जो लकड़ी जैसा दिखता है।

फर्नीचर का निर्माण
1. कटाई और आकार देना- लकड़ी जैसे बने इस सामग्री को काटकर अलग-अलग आकारों में ढाला जाता है। एजेस को शार्प और गोल करने के लिए ब्लेड का उपयोग किया जाता है।
2. ड्रिलिंग और फिटिंग- ड्रिलिंग मशीन से छेद बनाए जाते हैं और स्क्रू की फिटिंग की जाती है। फर्नीचर को जोड़ने के लिए रीसाइक्लिंग धागे का भी उपयोग किया जाता है।
3. असेंबलिंग- सभी हिस्सों को जोड़कर फर्नीचर को तैयार किया जाता है।

अंतिम चरण
फर्नीचर बनने के बाद इसे धोया जाता है और एयर ड्रायर से सुखाया जाता है। फिर कपड़े से साफ करके ब्रांड का लोगो लगाया जाता है। इसके बाद इसे पैक करके स्टैक किया जाता है।

विशेषताएं-
- यह फर्नीचर पानी से खराब नहीं होता।
- टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल है।
- कंपनी का प्रमुख प्रोडक्ट “चेन चेयर” है।
माधुर राठी जी की यह पहल पर्यावरण को साफ रखने और कचरे का पुनः उपयोग करने की एक शानदार मिसाल है।
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