भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार उत्पादक राज्यों की मंडियों में 23 अप्रैल तक 220 लाख टन गेहूं की आवक हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 223 लाख टन गेहूं मंडियों में आ चुका था।


पंजाब में पिछे चल रही है खरीद

प्रमुख उत्पादक राज्य पंजाब से चालू रबी में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद अभी तक केवल 81.01 लाख टन की ही हो पाई है जबकि पिछले खरीद सीजन में राज्य से 83.75 लाख टन की खरीद हो चुकी थी। इसी तरह से मध्य प्रदेश से चालू रबी में अभी तक केवल 36.84 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य से 40.62 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। हरियाणा से गेहूं की खरीद बढ़कर चालू रबी में 69.49 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य से 61.57 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था।


यूपी और राजस्थान से खरीद बढ़ी

उत्तर प्रदेश से चालू रबी में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद में अच्छी बढ़ोतरी हुई है, राज्य से अभी तक सरकारी एजेंसियां 10.63 लाख टन गेहूं की खरीद कर चुकी हैं जबकि पिछले साल इस समय तक उत्तर प्रदेश से केवल 4.21 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। उधर राजस्थान से भी गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद बढ़कर चालू रबी में अभी तक 6.69 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य से 4.66 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था।


खरीद का लक्ष्य 320 लाख टन

केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद का लक्ष्य 320 लाख टन का तय किया हुआ है जबकि पिछले रबी विपणन सीजन में 308.24 लाख टन गेहूं की खरीद समर्थन मूल्य पर की थी।


एमएसपी में 110 रुपये की थी बढ़ोतरी

केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 के लिए गेहूं के एमएसपी में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर समर्थन मूल्य 1,735 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था, जबकि पिछले रबी सीजन में गेहूं का एमएसपी 1,625 रुपये प्रति क्विंटल था।


उत्पादन अनुमान कम

कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में गेहूं का उत्पादन घटकर 971.1 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 985.1 लाख टन का हुआ था।