आपको बता दें कि सुभाष नाम के एक किसान ने Bee Venom इक्कठा किया था। इसके साथ आपको बता दे के इससे इक्कठा करना कोई आसान काम नही है इसी वजह से इसकी कीमत इतनी ज्यादा है। 

इससे लिए बहुत ही अच्छे और साफ सुथरे स्थान पर करना पड़ता है। भारत मे इससे करना मुश्किल है इसलिए अभी फिलाल में वो इसके लिए और चीजो का सुधार पर काम कर रहे है।

सुभाष जी का कहना है की मखियों का ज़हर जितनी अच्छी क्वालिटी का होगा उतना ही महंगा बिकेगा।

Bee Venom मधुमखियों द्वारा डंक मरते वक्त छोड़ा जाने वाला ज़हर होता है। इस ज़हर को एक मशीन की मदद से इकठा किया जाता है।जिस डिब्बे में मधुमखियों को रखा जाता है उसके आगे एक छोटी सी मशीन को लगा दिया जाता है ।

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 इस मशीन के ऊपर लगे एक शीशे पे बैठने पे मक्खियों को थोड़ा करंट लगता है और उससे उन्हें गुस्सा आता है। गुस्से में मक्खियां उसपे डंक मरती हैं और उनका ज़हर कांच के ऊपर छूट जाता है।

थोड़ी देर बाद मशीन को बंद कर दिया जाता है और उस कांच को निकाल के उसके ऊपर से ज़हर को इकठा कर लिया जाता है।इस शीशे पे डंक मरने से उसका डंक नहीं छूटता इसिलए मधुमक्खियों को इससे कोई नुकसान भी नहीं होता। इस तरीके से आप करीब 100 डिब्बों से एक बार में ढाई या तीन ग्राम ज़हर इकठा कर सकते हैं।

आप महीने में दो बार यानि 15 दिन बाद फिर से दोबारा मधुमखियों से ज़हर इकठा कर सकते हैं। यानि एक महीने में आप मक्खियों के 100 डिब्बों से करीब 5 से 6 ग्राम ज़हर इकठ्ठा कर सकते हैं यानि के साल में करीब 60 ग्राम। यानि की आप पुरे साल में करीब 5 लाख रूपये का ज़हर प्राप्त कर लेंगे , पर इससे साफ और स्वच्छ रखना उतना ही मुश्किल।

वह कहते है कि अगर इतना आसान होता तो वो भी बस इससे ही करते , पर मुश्किल होना और बहुत ज्यादा खर्च होने और 1 किलो निकलने के लिए समय लगना इसे मुश्किल बनाता है।

ज़हर निकलने के बाद इसे डीप फ्रिज में रखना पड़ता है। आपको बता दें कि ज़हर आम बाजार में नहीं बिकता इसे सिर्फ दवाइयां बनाने वाली कंपनियों द्वारा ही खरीदा जाता है। ये एक ज़हर निकलने वाली मशीन करीब 12000 रूपये में मिलती है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए निचे दी गयी वीडियो देखें

 

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