व्रत और उपवास में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ और उनका महत्व

08 Jun 2025 | Food
व्रत और उपवास में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ और उनका महत्व

भारत में व्रत और उपवास धार्मिक एवं आध्यात्मिक परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और यहां तक कि इस्लाम तथा ईसाई धर्म में भी उपवास (Fasting) का विशेष महत्व है। उपवास न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी लाभदायक माना जाता है।

व्रत के दौरान भोजन की सीमाएँ निर्धारित होती हैं। कुछ व्रतों में केवल फलाहार किया जाता है, जबकि कुछ में विशेष प्रकार के अनाज, सब्जियाँ और डेयरी उत्पाद खाए जा सकते हैं। इस लेख में हम व्रत और उपवास में खाए जाने वाले पारंपरिक खाद्य पदार्थों की सूची और उनके पोषण संबंधी लाभों पर चर्चा करेंगे।

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व्रत और उपवास के प्रकार:

निर्जल उपवास (Waterless Fasting):

इस उपवास में पानी तक का सेवन नहीं किया जाता। एकादशी, करवा चौथ और जैन धर्म में पर्युषण पर्व के दौरान इसे रखा जाता है।

फलाहारी उपवास (Fruit-Based Fasting):

इसमें केवल फल, मेवे और दूध का सेवन किया जाता है। नवरात्रि, एकादशी और सोमवार व्रत में यह प्रचलित है।

आंशिक उपवास (Partial Fasting):

इसमें कुछ विशेष खाद्य पदार्थ जैसे साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, आलू, दूध और फल खाए जा सकते हैं। नवरात्रि, श्रावण सोमवार और प्रदोष व्रत में यह नियम अपनाए जाते हैं। 

उपवास जिसमें सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है। इसमें सिर्फ सेंधा नमक (Rock Salt) से बना भोजन किया जाता है। इसमें आलू, शकरकंद, साबूदाना, कुट्टू और सिंघाड़ा आटा, दूध और मेवे का सेवन किया जाता है।

व्रत में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ:

फल (Fruits):

 केला, सेब, पपीता, अंगूर, अनार, संतरा, मौसमी, नारियल, तरबूज, खरबूजा आदि।

ये हल्के होते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं।

सूखे मेवे और बीज (Dry Fruits &Seeds):

 बादाम, अखरोट, काजू, किशमिश, मखाना, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स।

ये प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं।

डेयरी उत्पाद (Dairy Products):

 दूध, दही, मट्ठा, पनीर, छाछ।

 ये कैल्शियम और प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं।

व्रत में खाए जाने वाले अनाज और आटे (Fasting Grains &Flours):

 साबूदाना (Tapioca Pearls) – कार्बोहाइड्रेट से भरपूर, ऊर्जा देता है।

 कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) – प्रोटीन और फाइबर युक्त।

 सिंघाड़े का आटा (Water Chestnut Flour) – एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स से भरपूर।

 राजगिरा आटा (Amaranth Flour) – ग्लूटेन-फ्री और आयरन युक्त।

जड़ वाली सब्जियाँ (Root Vegetables):

 आलू, शकरकंद, अरबी।

 ये व्रत में ऊर्जा प्रदान करते हैं और आसानी से पच जाते हैं।

सेंधा नमक (Rock Salt):

 व्रत में सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है।

 यह सोडियम और अन्य खनिजों से भरपूर होता है।

व्रत में खाए जाने वाले पेय पदार्थ (Fasting Drinks):

नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी, दूध, फलों का जूस, ग्रीन टी, हर्बल टी।

ये हाइड्रेशन बनाए रखते हैं और ऊर्जा देते हैं।

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मीठे खाद्य पदार्थ (Sweets for Fasting):

मखाना खीर, साबूदाना खीर, नारियल लड्डू, राजगिरा हलवा।

इनमें नेचुरल स्वीटनर जैसे शहद और गुड़ का उपयोग किया जाता है।

व्रत में बचने योग्य खाद्य पदार्थ:

  •  गेहूँ, मैदा, चावल (सामान्य चावल), दालें।
  •  सामान्य नमक (टेबल सॉल्ट)।
  •  प्याज, लहसुन, मसालेदार और तली हुई चीजें।
  •  नॉन-वेज भोजन और अल्कोहल।

व्रत में लोकप्रिय व्यंजन:

  1. साबूदाना खिचड़ी: साबूदाना, मूंगफली, सेंधा नमक और हरी मिर्च से बनी यह डिश व्रत में ऊर्जा देती है।
  2. कुट्टू के आटे की पूड़ी: कुट्टू के आटे से बनी पूड़ी को दही और आलू की सब्जी के साथ खाया जाता है।
  3. आलू का हलवा: यह उपवास में मीठे के रूप में खाया जाता है।
  4. मखाने की खीर: दूध, मखाने और गुड़ से बनी यह खीर स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
  5. समा के चावल की खिचड़ी: समा के चावल, मूंगफली और सेंधा नमक से बनाई गई यह डिश उपवास में फायदेमंद होती है।

व्रत में भोजन का वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ:

  • पाचन तंत्र को आराम मिलता है – उपवास करने से पाचन तंत्र को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
  • वजन नियंत्रण में सहायक – व्रत के दौरान हल्का और कम कैलोरी वाला भोजन लेने से वजन संतुलित रहता है।
  • मेटाबॉलिज्म में सुधार – उपवास शरीर की चयापचय प्रक्रिया को बेहतर बनाता है।
  • मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ती है – व्रत के दौरान साधना और ध्यान करने से मानसिक संतुलन बना रहता है।

व्रत और उपवास भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं और इनके दौरान खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ न केवल धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। फल, मेवे, डेयरी उत्पाद, साबूदाना, कुट्टू, और सिंघाड़े के आटे से बनी चीजें शरीर को पोषण प्रदान करती हैं और पाचन को बेहतर बनाती हैं। ऐसी ही जानकारी के लिए जुड़े रहे Hello Kisaan के साथ। जय हिंद, जय किसान॥


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