डेयरी फार्म शुरू करने से पहले इन मशीनों की जानकारी जरूर लें


यह बीएमसी मशीन (बल्क मिल्क कुलर मशीन ) है। यह मशीन दूध को ठंडा बनाने के लिए काम में आती है, अगर आपको अपना दूध ग्राहक तक पहुंचाना है तो वह दूध आपको पहले ठंडा करना होगा क्योंकि गर्म दूध खराब होने की संभावना ज्यादा हो जाती हैं। जब ताजा दूध निकलता है तो उसका टेंपरेचर 32 से 33 डिग्री सेल्सियस रहता है। यह मशीन 45 मिनट से एक घंटा लेती है दूध को 32 डिग्री से 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचाने में। इसकी कुल क्षमता 500 लीटर है और इसकी कुल कीमत ढाई लाख रुपया है और इसमें दूध ठंडा करने के लिए आपको कम से कम 100 लीटर दूध डालना होगा। जब दूध ठंडा हो जाता है उसके बाद आपको बोतल में दूध कर लेना है।
यह मिल्क टेस्टिंग मशीन है चलिए अब जानते हैं इस मशीन के बारे में कुछ जरूरी बातें। इस मशीन का पहला स्टेप होता है ultrasonic cleaner, जिसमें दूध की जांच करने के पहले दूध इस मशीन के अन्दर जाता है ताकि दूध में जो भी कीटाणु हैं वो मर जाएँ और दूध पुरी तरह साफ हो सके। इसके बाद दूध Eco milk मशीन में जाता है, इस मशीन से दुग्ध उत्पादक फैट, सॉलिड नॉट फैट (एसएनएफ) और पानी की मात्रा तुरंत जानी जा सकती है।
यह प्रिंट मशीन है इस मशीन की मदद से जो फेट, सॉलिड नॉट फैट (एसएनएफ) और पानी की मात्रा Eco milk मशीन से नापी गई है वह प्रिंट हो जाती है और स्क्रीन पर दिखने लगती है। और फिर वजन तोलने की मशीन पर दूध को लीटर में तोला जाता है, तह मशीन दूध को केवल लीटर में ही तोलती है।
यह (Chaff cutter) चारा काटने की मशीन। सभी किसान भाई इस मशीन के बारे में जानते हैं और यह भी सोच रहे होंगे कि इसमें कौन सी खास बात है लेकिन किसान भाइयों चारा काटने की मशीन भी जरूरी मशीन है जैसा कि आप जानते हैं कि चारा काटने की मशीन में हमें बहुत सी दिक्कत आती है। सबसे पहला रेती मारने की, दूसरा यह मशीन जल्दी से खराब होती रहती है और तीसरा इसका आकार। इन तीनों तुलनात्मक पहलुओं में यह एक अच्छी मशीन है। क्योंकि इसका आकार बहुत छोटा सा है, दूसरा यह एक ऐसी मशीन है जिससे कोई हादसा होने की दिक्कत नहीं होती।
हम कुछ ऐसी चीजें या ऐसी मशीन इस्तेमाल सकते हैं जो सभी तरह का मजदूर काम कर सकें तो हमारा मजदूर का खर्च भी कम हो सकता है।
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