कॉकरोच – कभी न मरने वाला ढीठ प्राणी

26 Sep 2025 | NA
कॉकरोच – कभी न मरने वाला ढीठ प्राणी

जब भी हम घर में कॉकरोच देखते हैं, तो पहली प्रतिक्रिया यही होती है – "इसे मारो!" लेकिन हैरानी की बात यह है कि चाहे कितनी बार आप चप्पल से मारें, स्प्रे करें या जूते से कुचलें, कॉकरोच किसी न किसी कोने से फिर से निकल ही आता है। यही वजह है कि इसे अक्सर "ढीठ प्राणी" कहा जाता है। कॉकरोच लाखों सालों से धरती पर मौजूद हैं और वैज्ञानिक मानते हैं कि अगर कभी पृथ्वी पर परमाणु बम भी गिर जाए, तब भी ये जीव बच जाएंगे। सवाल उठता है – आखिर ऐसा क्या है इन छोटे-से जीवों में जो इन्हें अमर बना देता है?


कॉकरोच का इतिहास – इंसान से भी पुराने

कॉकरोच धरती पर आज से नहीं, बल्कि लगभग 35 करोड़ साल पहले से मौजूद हैं। यह वह समय था जब न इंसान थे, न डायनासोर। यानी यह प्राणी इंसानों से भी पुराना है और अब तक हर परिस्थिति में खुद को ढालकर जीवित रहा है। इस लंबे इतिहास को देखकर साफ समझ आता है कि कॉकरोच में जीवित रहने की क्षमता किसी भी अन्य जीव से अधिक है।


क्यों नहीं मरते कॉकरोच?

1. परमाणु विस्फोट से भी बचने की क्षमता: कॉकरोच की सबसे खास बात यह है कि यह रेडिएशन को भी झेल सकता है। जहां इंसान के लिए थोड़ी-सी रेडिएशन भी जानलेवा हो सकती है, वहीं कॉकरोच 15 गुना ज्यादा रेडिएशन सह सकता है। इसी वजह से कहा जाता है कि अगर धरती पर परमाणु युद्ध हुआ, तो इंसान नहीं, बल्कि कॉकरोच बचेगा।

2. बिना सिर के भी जीवित: हैरानी की बात यह है कि कॉकरोच बिना सिर के भी कई दिनों तक जीवित रह सकता है। इसका कारण है कि इसका दिमाग पूरे शरीर में फैला होता है, और यह अपने छिद्रों (spiracles) से सांस लेता है, नाक से नहीं। इसलिए सिर कटने के बाद भी यह मरता नहीं है।

3. खाने-पीने के बिना जीने की ताकत: कॉकरोच एक ऐसा जीव है जो एक महीने तक बिना खाए-पिए जीवित रह सकता है। इसे बहुत कम भोजन की जरूरत होती है और यह लगभग कुछ भी खा सकता है – कागज, कपड़े, गोंद, यहां तक कि इंसानों का झड़ा हुआ नाखून भी।

4. कठिन परिस्थितियों के अनुकूल: चाहे तापमान बहुत ज्यादा हो या बेहद कम, कॉकरोच हर जगह जी सकता है। यही वजह है कि यह रसोई, बाथरूम, सीवर और जंगल – हर जगह मिल जाता है।

कॉकरोच का ढीठपन

कॉकरोच का ढीठपन उसके जीवन की सबसे बड़ी पहचान है। अगर आप उस पर चप्पल मारेंगे तो यह मरने के बजाय उल्टा भाग जाएगा जहरीले स्प्रे से भी यह तुरंत नहीं मरता, बल्कि घंटों तक तड़पने के बाद भी छुपा रहता है। एक कॉकरोच को मारो, तो दूसरे किसी कोने से निकल आते हैं। यही वजह है कि लोग इसे "अमर प्राणी" और "ढीठ कीट" कहते हैं।

कॉकरोच और इंसान का रिश्ता

कॉकरोच इंसान के लिए हमेशा परेशानी का कारण रहा है। यह गंदगी में पलता है और हमारे भोजन को दूषित करता है। इससे कई बीमारियाँ फैल सकती हैं जैसे फूड पॉइजनिंग, एलर्जी और अस्थमा। इसकी बदबू और उपस्थिति घर को अस्वच्छ बना देती है। लेकिन इसके बावजूद यह जीव लगातार हमारे साथ हर जगह मौजूद है – शहर, गाँव, होटल, रसोई और यहाँ तक कि अस्पताल तक।


कॉकरोच की ताकत से हमें क्या सीख मिलती है?

भले ही कॉकरोच हमें गंदा और परेशान करने वाला लगे, लेकिन इसके जीवन से हमें कुछ सीख भी मिलती है: 1. अनुकूलन (Adaptability) – परिस्थितियाँ चाहे जैसी हों, हमें भी कॉकरोच की तरह उनमें ढलना चाहिए। 2. धैर्य (Patience) – कॉकरोच भूख-प्यास झेलकर भी जीवित रहता है, हमें भी कठिन समय में धैर्य रखना चाहिए। 3. जीवटता (Survival Spirit) – चाहे हालात कितने भी खराब हों, जीने की जिद ही इंसान को आगे बढ़ाती है।

कॉकरोच क्यों जरूरी हैं धरती के लिए?

शायद आपको अजीब लगे, लेकिन कॉकरोच धरती के लिए भी जरूरी हैं। ये मृत जीव-जंतु और गंदगी खाकर कचरे को कम करते हैं। ये पर्यावरण की रीसाइक्लिंग चेन का हिस्सा हैं। कई पक्षी और छिपकलियाँ इन्हें खाकर जीते हैं। यानी चाहे हम इन्हें नापसंद करें, लेकिन पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) में इनकी भी भूमिका है।

अगर कॉकरोच न रहें तो क्या होगा?

अगर धरती से कॉकरोच पूरी तरह खत्म हो जाएँ, तो एक नई समस्या खड़ी होगी। गंदगी और कचरा बढ़ेगा, क्योंकि इन्हें खाने वाला कोई नहीं बचेगा। कई पक्षियों और जानवरों का भोजन खत्म हो जाएगा। पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बिगड़ जाएगा। यानी कॉकरोच का होना भी धरती के लिए उतना ही जरूरी है जितना इनका न होना इंसान के लिए राहत की बात।

निष्कर्ष

कॉकरोच भले ही हमें गंदा और परेशान करने वाला लगे, लेकिन सच यह है कि यह धरती का सबसे ढीठ और मजबूत प्राणी है। इसकी जीवित रहने की क्षमता इतनी अद्भुत है कि इंसान की कल्पना से भी परे है। हम इनसे भले ही नफरत करें, लेकिन यह हमें सिखाते हैं कि परिस्थितियाँ चाहे जैसी हों, जीवन का रास्ता हमेशा निकलता है। यही वजह है कि कहा जाता है  “कॉकरोच कभी नहीं मरते, क्योंकि वो सच में ढीठ प्राणी हैं।”ऐसी अमेजिंग जानकारी के लिए जुड़े रहे Hello Kisaan के साथ और आपको ये जानकारी कैसी लगी हमे कमेंट कर के जरूर बताइये ।। जय हिन्द जय भारत ।।

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