फुली ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म: कम मेहनत, ज्यादा मुनाफा

21 Feb 2025 | NA
फुली ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म: कम मेहनत, ज्यादा मुनाफा

अगर आप पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस करना चाहते हैं, लेकिन लेबर और मैनेजमेंट की झंझट से बचना चाहते हैं, तो फुली ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इस फार्म में सबकुछ ऑटोमैटिक होता है, जिससे आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती और मुनाफा भी ज्यादा होता है। आइए, जानते हैं इस फार्म की खासियतें और इसके फायदे।

कैसे काम करता है ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म?

1. फीड देने का ऑटोमैटिक सिस्टम

  • एक बड़ा टैंक होता है, जिससे पाइप के जरिए फीड अपने आप बर्ड्स तक पहुंचता रहता है।
  • कितना फीड कब देना है, यह पूरा सिस्टम कंप्यूटर से कंट्रोल होता है।
  • हर दिन का फीड पहले से सेट किया जाता है, जैसे पहले दिन कम और बाद में धीरे-धीरे बढ़ता जाता है।

फुली ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म: कम मेहनत, ज्यादा मुनाफा_1262

2. ऑटोमैटिक पानी देने का सिस्टम

  • पानी पहले फिल्टर होता है, फिर पाइप के जरिए चूजों तक पहुंचता है।
  • पाइप में छोटे-छोटे नोजल लगे होते हैं, जिनसे पानी तभी निकलता है जब चूजा चोंच मारता है।
  • इससे पानी की बर्बादी नहीं होती और चूजे जब चाहें, पानी पी सकते हैं।

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3. टेंपरेचर और ह्यूमिडिटी कंट्रोल

  1. पूरा फार्म ढका हुआ होता है, जिससे बाहर की हवा अंदर नहीं आती और अंदर का माहौल सही बना रहता है।
  2. अंदर की हवा बाहर निकल सकती है, जिससे बायो-सिक्योरिटी बनी रहती है और बर्ड्स बीमार नहीं होते।
  3. टेम्परेचर मेंटेन करने के लिए 9 ऑटोमैटिक फैन लगे होते हैं, जो जरूरत के हिसाब से खुद चालू और बंद होते हैं।

  • 30,000 चूजों की कैपेसिटी और मुनाफा-
  • इस फार्म में एक साथ 30,000 चूजे पाले जा सकते हैं।
  • एक चूजे पर ₹25 की बचत होती है।
  • 30,000 × ₹25 = ₹7,50,000 प्रति स्लॉट का मुनाफा।
  • अगर साल में 9 स्लॉट पूरे करें, तो कुल ₹67,50,000 (67.5 लाख रुपये) की बचत हो सकती है।
  • इस फार्म को लगाने में लगभग ₹ 1. 2 करोड़ का निवेश आता है।
  • एक साल से दो साल में पूरा इन्वेस्टमेंट निकल सकता है और उसके बाद सिर्फ मुनाफा होगा।

पोल्ट्री फार्म में आपको फीड पे ध्यान देने है आपको फीड खुद ही मेन्टेन करना पड़ेगा और साथ ही, चूजे पे भी ध्यान देने होगा क्योकि चूजे की वजह से मुनाफा कम ज्यादा हो सकता है 

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ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म के फायदे

  •  कम मेहनत – फीड, पानी और टेम्परेचर कंट्रोल सबकुछ ऑटोमैटिक होता है।
  •  कम लेबर कॉस्ट – कर्मचारियों की जरूरत कम होती है।
  •  बायो-सिक्योरिटी – बीमारियों का खतरा कम होता है, जिससे नुकसान नहीं होता।
  •  तेजी से ग्रोथ – चूजों को सही माहौल मिलता है, जिससे वे जल्दी बड़े होते हैं।
  •  ज्यादा मुनाफा – इन्वेस्टमेंट जल्दी निकल आता है और कमाई बढ़ती जाती है।

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निष्कर्ष

अगर आप पोल्ट्री फार्मिंग में लॉन्ग-टर्म और बड़े स्तर पर बिजनेस करना चाहते हैं, तो फुली ऑटोमैटिक पोल्ट्री फार्म एक बेहतरीन विकल्प है। यह कम मेहनत, ज्यादा उत्पादन और ज्यादा मुनाफा देने वाला बिजनेस है। एक बार इन्वेस्टमेंट करने के बाद आप हर साल अच्छी कमाई कर सकते हैं। 


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