हैचरी फार्मिंग: अंडों से चूजे बनने तक का सफर


हैचरी फार्मिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें फर्टाइल अंडे से चूजे निकाले जाते हैं।आइए जानते है इसके बारे में। फर्टाइल अंडे वह अंडे होते हैं जो मुर्गे और मुर्गी के मिलन से बनते हैं। इन अंडों में भ्रूण का विकास हो सकता है, लेकिन यदि इन्हें उचित तापमान पर रखा जाए तो।
इसमें सही तापमान और सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।

फर्टाइल अंडे प्राप्त करने के लिए-
मुर्गे और मुर्गी का साथ जरूरी होता है, मुर्गा अंडे को फर्टाइल करने में मदद करता है।
1. अंडों को सही तापमान पर रखना
जब मुर्गी से अंडे लिए जाते हैं, तो उन्हें 15 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 1 दिन के लिए रखा जाता है। इससे अंडे खराब नहीं होते और अच्छी स्थिति में रहते हैं।
2. अंडों की सफाई करना
अंडों को पोटेश और फ्लोक्लीन नाम की दवाओं से धोया जाता है। इससे उन पर लगे बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, जिससे चूजे स्वस्थ बनते हैं।
3. अंडों को सामान्य तापमान पर लाना
अंडों को 12 से 18 घंटे तक बाहर रखा जाता है, ताकि उनका तापमान सामान्य हो जाए। इससे वे इनक्यूबेटर में डालने के लिए तैयार हो जाते हैं।

4. इनक्यूबेटर में रखना
अब इन अंडों को इनक्यूबेटर नाम की मशीन में रखा जाता है। यहाँ 18 दिन तक अंडों को एक तय तापमान पर रखा जाता है, जिससे उनके अंदर चूजे बनने लगते हैं। यह उसी तरह काम करता है जैसे मुर्गी अंडो पर बैठकर भ्रूण बनने का सही तापमान देती है ।
5. हैचिंग की प्रक्रिया
18 दिन बाद इन अंडों को 3 से 4 दिन तक संभाल कर रखा जाता है और फिर उनमें से चूजे निकल आते हैं।
6. चूजों की पैकिंग और डिलीवरी
जब चूजे बाहर आ जाते हैं, तो उन्हें खास बॉक्स में रखा जाता है। इन बॉक्स में छोटे-छोटे छेद होते हैं, ताकि चूजों को हवा मिलती रहे और वे स्वस्थ रहें। इसके बाद उन्हें किसानों के पास भेज दिया जाता है।
RM Hatchery Farm
अगर आपको चूजे खरीदने हैं, तो RM Hatchery Farm, हरियाणा से संपर्क कर सकते हैं। यहाँ से अच्छी नस्ल के चूजे मिलते हैं, जिन्हें पोल्ट्री फार्म में पाला जा सकता है।

निष्कर्ष
हैचरी फार्मिंग में अंडों को सही तापमान पर रखना, उनकी सफाई करना और उन्हें सही समय पर इनक्यूबेटर व हैचर में शिफ्ट करना जरूरी होता है। अगर यह सब ठीक से किया जाए, अच्छे और स्वस्थ चूजे तैयार किए जा सकते हैं।
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