गेहूं से मशरूम के बीज (स्पॉन) बनाने की विधि

13 Mar 2025 | NA
गेहूं से मशरूम के बीज (स्पॉन) बनाने की विधि

मशरूम की खेती के लिए अच्छे बीज (स्पॉन) की जरूरत होती है। स्पॉन बनाने के लिए हम गेहूं का उपयोग कर सकते हैं। नीचे दी गई प्रक्रिया को अपनाकर आप आसानी से मशरूम के बीज तैयार कर सकते हैं।

1. गेहूं की सफाई और उबालना

  • सबसे पहले गेहूं को साफ पानी में 4-5 बार धो लें ताकि सारी गंदगी निकल जाए।
  • फिर इसे RO (आरओ) के पानी से धो लें।
  • अब गेहूं को एक बड़े बर्तन में डालकर उबालें। ध्यान रखें कि गेहूं फटे ना।
  • जब गेहूं अच्छी तरह उबल जाए, तो इसे छन्नी में डालकर पानी निकाल दें और ठंडा होने दें।
गेहूं से मशरूम के बीज (स्पॉन) बनाने की विधि_1524

2. केमिकल मिलाना

  • ठंडा होने के बाद इसमें कैल्शियम सल्फेट और कैल्शियम कार्बोनेट मिलाएं।
  • ये केमिकल गेहूं में नमी बनाए रखने और फंगस के अच्छे विकास में मदद करते हैं।

3. गेहूं को पैक करना

  • गेहूं को डबल पप बैग्स (मजबूत प्लास्टिक बैग) में भरें ताकि अगर एक बैग फट जाए, तो बीज खराब न हो।
  • बैग को बंद करने के लिए कॉटन रोल (रुई का ढक्कन) लगाएं, ताकि बहार की हवा अंदर ने जा सके ।

गेहूं से मशरूम के बीज (स्पॉन) बनाने की विधि_1524

4. बैग को ऑटोक्लेव मशीन में रखना

  • अब इन बैग्स को ऑटोक्लेव मशीन में रखकर 2 घंटे तक हाई टेम्परेचर पर गर्म करें।
  • इससे बैग्स में मौजूद सभी बैक्टीरिया और हानिकारक किटनो नष्ट हो जाते हैं।

5. फंगस डालना (इनोक्यूलेशन प्रक्रिया)

  • अब इन बैग्स को इनोक्यूलेशन लैब में ले जाएं।
  • जैसे दही जमाने के लिए थोड़ी पुरानी दही डाली जाती है, वैसे ही मशरूम स्पॉन बनाने के लिए मदर स्पॉन (पहले से तैयार फंगस) डाला जाता है।
  • एक बैग में लगभग 10 ग्राम स्पॉन डाला जाता है।

गेहूं से मशरूम के बीज (स्पॉन) बनाने की विधि_1524

6. इनक्यूबेशन रूम में रखना

  • बैग्स को इनक्यूबेशन रूम में रखें, जहाँ 25°C तापमान बनाए रखा जाता है।
  • लगभग 15 दिनों में फंगस पूरे बैग में फैल जाता है और बीज तैयार हो जाता है।

7. कोल्ड स्टोरेज में रखना

  • तैयार बैग्स को कोल्ड स्टोरेज (4-8°C तापमान) में रखा जाता है, ताकि बीज ज्यादा समय तक खराब न हो।
  • इस तरह आपका मदर स्पॉन पूरी तरह तैयार हो जाता है, जिसे मशरूम की खेती में इस्तेमाल किया जा सकता है।

निष्कर्ष

इस विधि से आप आसानी से घर या बिज़नेस के लिए मशरूम के बीज बना सकते हैं। सही सफाई, तापमान और प्रक्रिया का ध्यान रखकर बढ़िया क्वालिटी का स्पॉन तैयार किया जा सकता है।


Share

Comment

Loading comments...

Also Read

पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा
पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा

खेती किसानी में अक्सर किसान भाई यह

01/01/1970
एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं
एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं

भारत सिर्फ़ अपने विशाल कृषि उत्पादन के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया क

01/01/1970
एलोवेरा और तुलसी की इंटरक्रॉपिंग – कम लागत, ज़्यादा लाभ
एलोवेरा और तुलसी की इंटरक्रॉपिंग – कम लागत, ज़्यादा लाभ

आज के समय में खेती सिर्फ परंपरागत फसलों तक सीमित नहीं रही है। बदलत

01/01/1970
Bee-Keeping और Cross Pollination से बढ़ाएं फसल उत्पादन
Bee-Keeping और Cross Pollination से बढ़ाएं फसल उत्पादन

खेती सिर्फ हल चलाने का काम नहीं, ये एक कला है और इस कला में विज्ञा

01/01/1970

Related Posts

Short Details About