खेती में नई मशीनों का इस्तेमाल किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो रहा है। रीपर मशीन ऐसी ही एक मशीन है, जो फसल काटने के काम को तेज़ और आसान बना देती है। पहले किसान हाथ से दरांती से फसल काटते थे, जिससे बहुत समय और मेहनत लगती थी। लेकिन अब रीपर मशीन से 1 घंटे में 1.5 एकड़ तक की फसल आसानी से काटी जा सकती है।
रीपर मशीन क्या है?

रीपर एक फसल काटने की मशीन है, जिसे ट्रैक्टर के आगे लगाया जाता है। यह मशीन गेहूं, जौ, धान, ज्वार और बाजरा जैसी फसलों की कटाई के लिए बहुत काम आती है।
रीपर के प्रकार:
- 3 चैन वाला रीपर – गेहूं, जौ और धान जैसी छोटी फसलों के लिए।
- 4 चैन वाला रीपर – ज्वार और बाजरा जैसी ऊँची फसलों के लिए।
रीपर मशीन कैसे काम करती है?
- चेन की मदद से फसल को पकड़कर काटती है और एक तरफ गिरा देती है।
- फसल एक दिशा में गिरती है, जिससे उसे बांधना और उठाना आसान हो जाता है।
- भूसे की बर्बादी नहीं होती, जिससे किसान को ज्यादा फायदा होता है।
- ट्रैक्टर से चलने वाली इस मशीन से कटाई बहुत तेज़ होती है।
अगर ट्रैक्टर में आगे पुल्ली (Pulley) नहीं है, तो पीछे से पावर लाने के लिए एक शाफ्ट जोड़नी पड़ती है, जिससे मशीन सही से काम कर सके।

PCS रीपर वाइंडर और साधारण रीपर में अंतर
- PCS रीपर वाइंडर – यह मशीन फसल काटने के साथ-साथ उसे बांध भी देती है, जिससे किसान को कम मेहनत करनी पड़ती है।
- साधारण रीपर – यह सिर्फ फसल काटता है, लेकिन इसकी कीमत कम होती है, जिससे यह ज्यादा किसानों के बजट में आता है।
रीपर मशीन के फायदे
- तेज़ कटाई – 1 घंटे में 1.5 एकड़ तक की फसल काट सकता है।
- कम खर्च – डीजल की बचत होती है और मजदूरी का खर्च कम हो जाता है।
- कम मेहनत – किसान को फसल काटने में कम समय और मेहनत लगती है।
- हर फसल के लिए उपयोगी – गेहूं, जौ, धान, ज्वार और बाजरा की कटाई के लिए बढ़िया है।
निष्कर्ष
रीपर मशीन से किसान जल्दी और आसानी से फसल काट सकते हैं। इससे समय, मेहनत और पैसे की बचत होती है। जो किसान कम दाम में अच्छी मशीन चाहते हैं, उनके लिए साधारण रीपर सबसे अच्छा विकल्प है।
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