आप भी चौंक जायेंगे इस छोटे से जुगाड़ू के बारे में जानकर, बनाया खाली डिब्बे से स्पीकर, टूटे टीवी से कूलर


आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उन्होंने एक या दो नहीं, बल्कि पिछले दो सालों में करीबन 200 जुगाड़ू आविष्कार किए हैं।
वह बताते हैं, “मुझे बचपन से ही कुछ न कुछ चीज़ें बनाने का शौक़ रहा है। मैं इधर-उधर से देखकर, पढ़कर कुछ न कुछ बनाता रहता था।”

कब की शुरुआत :
प्रज्जवल एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता एक जिम ट्रेनर हैं और उनकी माता एक गृहिणी हैं। प्रज्जवल घर पर जो भी छोटी-छोटी चीज़ें बनाते थे, उसे उनके माता-पिता भी खूब पसंद करते और हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करते रहते थे। अपनी बनाई सबसे पहली चीज़ के बारे में बात करते हुए वह कहते हैं, “सबसे पहले मैंने घर पर मौजूद चीजों से एक पंखा बनाया था। फिर मैंने कई अलग-अलग चीजों से अलग-अलग तरीके के पंखे बनाए।”
इसके बाद तो प्रज्जवल ने कूलर, टॉर्च, मोबाइल चार्जर जैसी कई चीज़ें बनाना शुरू कर दिया। शुरुआत में उन्हें घरवालों से बाहर से कुछ खरीदने के लिए पैसे नहीं मिलते थे, इसलिए वह कोशिश करते थे कि जो भी चीज़ें घर में मौजूद हैं, उसके उपयोग से ही कुछ बनाया जाए।
ह्यूमन ड्रोन बनाने का सपना:
न सिर्फ जुगाड़, बल्कि उन्होंने तकनीक का इस्तेमाल करके, एक ऑटोमेटिक स्मार्ट डस्टबिन भी बनाया है। इस डस्टबिन का ठक्कन कचरा पास आते ही अपने आप खुल जाता है। उन्होंने इसमें सेंसर का इस्तेमाल किया है। वह बताते हैं कि उनके घर में अब उनका बनाया टॉर्च और स्पीकर ही इस्तेमाल होता है।
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