इस तरह करें इलायची की खेती, हो जाएंगे मालामाल


अगर इसके गुणों के बारे में बात करें तो आयुर्वेदिक डॉक्टरों बताते हैं कि इलायची (Cardamom) के इस्तेमाल से शरीर से वात, सांस, खांसी, खुजली, बवासीर और पित्त जनित रोग, पथरी और सुजाक जैसी बीमारियों में फायदा पहुंचाती है। इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल पुरुषों के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। साथ ही जिन मिठाइयों लोग बेहद चाव से खाना पसंद करते हैं उनमें खुशबू बढ़ाने के लिए भी इलायची का इस्तेमाल होता रहा है।
भारत में इलायची की खेती कहां होती है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दक्षिण भारत के राज्यों में इलायची की खेती (Cardamom Cultivation) मुख्य तौर पर की जाती है। इलायची के उत्पादन के लिए कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु सबसे आगे हैं।
इलायची की पौध कैसे तैयार करें
इसके पौध (Cardamom plant) दो तरीके से तैयार की जा सकती है। इस पौधे की खास बात यह है कि इसे आप बीज और पौधे दोनों से तैयार कर सकते हैं। वहीं अगर बीज से इसकी खेती करने के बात करें तो इसके लिए अच्छी क्वालिटी का बीज होना चाहिए। साथ ही ध्यान रहे हैं कि ये बीज ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा आप चाहें तो इलायची की नर्सरी (Cardamom Nursery) भी तैयार कर सकते हैं और इसके लिए आप 10 सेमी की दूरी पर बीज लगाएं। बीजों को बोने से पहले उसका उपचारण जरूर कर लें। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक हेक्टेयर जमीन के लिए करीब सवा किलो बीजों की जरूरत पड़ती है।
इलायची के पौधों का कैसे करें रोपण
इलायची के पौधों की रोपाई बारिश के मौसम में की जाती है यानी इसके रोपण के लिए जुलाई का महीना सबसे सही होता है, क्योंकि इस मौसम में पौधों को ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं रहती। ध्यान रखें कि इलायची का पौधा छायादार जगह पर लगाएं। डायरेक्ट सन लाइट में ये ज्यादा ग्रो नहीं करेगा।
इलायची की उन्नत किस्में
इलायची दो तरह की होती है। इन्हें छोटी इलायची और बड़ी इलायची के रूप में जाना जाता है।
इलायची की उपज और लाभ
बता दें कि जब आप इलायची के पौधों को लगाते हैं तो उससे 3 साल बाद इससे फल मिलना शुरू हो जाते हैं। इससे पहले इसकी अच्छी और खास तरह से देखभाल करना बहुत जरूरी होता है। एक हेक्टेयर जमीन से 130 से 150 किलो के करीब सूखी इलायची मिलती है, क्योंकि बाजार में इसकी कीमत 2000 रुपए प्रति किलो है। इसकी खेती करके 3 लाख रुपए की कमाई बड़े आराम से की जा सकती है।
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