कमाल की मशीनें, प्रतिदिन बनाते हैं लाखों डिस्पोजल


इंजीनियर भाइयों द्वारा बनाई गई फुल ऑटोमेटिकली प्रोडक्ट तैयार करने वाली मशीनें। जिनकी रफ्तार का कोई तोड़ नहीं, दिन भर में बनाती हैं प्रोडक्ट्स की लाखों यूनिट। आजकल फैशन के दौर में यूज एंड थ्रो वाली चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो देखने में काफी सुंदर और सस्ती होती है। इस मेगा फैक्ट्री में लगा ये कमाल का सेटअप, जिसमें कागज के डिस्पोजल गिलास, कप-प्लेट, बाउल और पॉपकॉर्न टब्स आदि बनते हैं। आये जानते हैं जयपुर राजस्थान से संजय जी से, ये किस प्रकार तथा कौन-कौन सी मशीनों का इस्तेमाल करके शानदार आइटम्स बनाते हैं।
इन सभी प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए दो तरह के रॉ मैटेरियल लगते हैं, जिनमें पेपर के ब्लैंकस (कप के आकार में कटी पेपर की एक सीट) तथा दूसरा बॉटम पेपर के रोल को फीड किया जाता है। इन मशीन को ऑपरेट करने भी बहुत आसान है। मशीन को स्टार्ट करने के उपरांत यह ऑटोमेटेकली ही ब्लैंकस को एक-एक करके आगे की तरफ पुश करती है, वहीं दूसरी तरफ बॉटम रोल भी आगे की तरफ ट्रैवल करता है। इसी प्रकार जब दोनों का कम्बीनेशन आगे मॉल्ड में मिलता है, तब मशीन द्वारा स्वत: ही यह गिलास की शेप ले लेता है।
उसके बाद गिलास की तली लगने के लिए रोबोट सिस्टमद्वारा मोल्ड ग्लास को अपने अंदर लेकर बॉटम पार्ट बनाता है, जिसमें मशीन का गिलासों को होल्ड करने वाला भाग क्लाकवाइज घूमता रहता है और गिलास बनकर तैयार होते रहते हैं, जिन्हें कलेक्टर में बंच बनाकर इकट्ठा कर लेते है। इसी तरह दो प्रकार के कप बनकर तैयार हो जाते हैं, जिसमें एक सिंगल वॉल तथा दूसरा डबल वॉल कप है। डबल वॉल कप में डिजाइनदार पेपर की कोटिंग चढ़ा दी जाती है। ये आमतौर पर हॉट या कोल्ड पदार्थ के लिए इस्तेमाल होता है।

इसी प्रकार पेपर के छोटे-बड़े बाउल बनाने में भी रॉ मटेरियल के रूप में पेपर के ब्लैंकस तथा बॉटम पेपर का प्रयोग होता है। यह पेपर एक विशेष प्रकार का मोटा, चिकन तथा ग्लेज पेपर होता है, जो पानी को नहीं सोखता। आवश्यकतानुसार साइज का मोल्ड तथा पेपर लगाकर उपरोक्त मेकैनिज्म की तरह बैंल्कस तथा बॉटम पेपर का कम्बीनेशन होता है, जिसमें पहली सीलिंग में बाउल की वॉल बनेगी तथा दूसरी बार माल्ड में वॉल रखकर, बॉटम की फिटिंग रोबोट सिस्टम द्वारा कॉन में इंसर्ट होगी। अलग-अलग हीटिंग प्रक्रिया से बाउल बनकर तैयार होता है, जो ऑटोमेटेकली कलेक्टर द्वारा ऑटो कलेक्ट हो जाता है।

वॉल और बॉटम को हीट तथा अल्ट्रासोनिक प्रक्रिया से ही चिपकाया जाता है। इसके अलावा इनके टूल डिपार्टमेंट में लेथ मशीन, मिलिंग, ग्राइंडिंग तथा सीएनसी मशीन समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध है।

इनके द्वारा बनाई गई सभी मशीनों के स्पेयर पार्ट वाला एक अलग रूम है, जिसमें ये आर्डर अनुसार स्पेयर पार्ट भी सप्लाई करते हैं। उनकी ये कंपनी नेस्को, डिस्पोजल पदार्थ बनाने में शीर्ष स्थान रखती है, यदि कोई बंधु इनसे संपर्क करना चाहे तो इनकी वेबसाइट WWW.NESSCOINDIA.COM है। इसी तरह की अन्य क्रिएटिव और रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥
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