कुंजल क्रिया से होगा कई रोगों का छुटकारा

28 Jan 2021 | others
कुंजल क्रिया से होगा कई रोगों का छुटकारा

विधि

कुंजल क्रिया को करने के लिए सबसे पहले सुबह फ्रेश हो जाएं। हाथ-मुंह धो लें। एक लीटर हल्का गर्म पानी लें। इसमें थोड़ा सा नमक डाल दें। कागासन में बैठ जाएं। थोड़ा-थोड़ा करके तब तक पानी पीते रहें, जब तक कि उलटी का मन न हो। अब खड़े हो जाएं। थोड़ा सामने की तरफ झुकें। अब तर्जनी, मध्यमा और अनामिका अंगुली को अपनी जीभ के पिछले हिस्से पर घुमाएं। पानी निकलने लगे तो अंगुलियां बाहर निकाल लें। जब पानी निकलना बंद हो जाए तो दोबारा अंगुलियां डालें, उलटी करें। इस क्रिया को तब तक करें, जब तक खट्टा पानी पेट से बाहर न निकल जाए। इसके बाद फिर थोड़ा पानी पीएं, बाहर निकाल दें। आप धीरे-धीरे पानी की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

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लाभ

इस क्रिया को करने से लिवर, हार्ट और आंतों को लाभ मिलता है। इसे करने के बाद आप शारीरिक, मानसिक रूप से अच्छा महसूस करेंगे। इससे आपमें हमेशा स्फूर्ति बनी रहती है। इसे करने से वात, पित्त और कफ से होने वाले सभी तरह के रोग दूर होते हैं। एसिडिटी, कब्ज की समस्या ठीक होती है। डाइजेशन सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है। यह सर्दी, जुकाम, नजला, खांसी और कफ को दूर करता है। इससे मुंह, जीभ और दांतों के रोग दूर हो जाते हैं। यह स्किन को साफ करता है, आपकी खूबसूरती को भी बढ़ाता है।

सावधानियां

कुंजल क्रिया करने के लिए आप बहुत ज्यादा गर्म पानी न लें। इतना गर्म होना चाहिए कि आप उसे सह सकें। ठंडे पानी से कुंजल क्रिया कभी न करें। इसे कभी भी बिल्कुल खड़े होकर, बैठकर नहीं करना चाहिए। पानी बाहर निकालते हुए पेट पर बहुत ज्यादा जोर न लगाएं। इसे करने का सबसे सही समय सूर्योदय का है। इसे करने के 2 घंटे बाद नहाना जरूर चाहिए। सुबह फ्रेश होने के बाद ही कुंजल क्रिया को करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं, हार्निया के मरीजों को इसे नहीं करना चाहिए। इसको करने के बाद थोड़ा आराम कर लें। इसके बाद नाश्ता करें। मसालेदार भोजन, जंक फूड अवॉयड करें।


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