खिलेंगे किसानों के चेहरे , इस बार मानसून रहेगा सामान्य


मौसम विभाग ने इस बार मानसून के सामान्य रहने का पुर्वानुमान किया है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार देश में 96 प्रतिशत मानसून की बारिश हो सकती है । पिछली साल भी मानसून सामान्य ही रहा था। 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के मानसून को सामान्य माना जाता है। 96 से कम बारिश होने पर सामान्य से कम और 104 से ज्यादा मानसून होने पर इसे अधिक माना जाता है।
मानसून पर हमारे देश में काफी कुछ निर्भर करता है। अच्छी मानसून की बारिश होने पर हमारे गांवो में किसान की अच्छी पैदावार होती है। फसल अच्छी होने पर गांवो में लोगो की क्रय शक्ति बढती है । जिससे बाजार का रुख तय होता है।
देश की बडी-बडी कंपनिया भी मानसून के आधार पर ही अपने उत्पादन की दिशा तय करती है । कि उनको उत्पादन बढाना है या कम करना है। इसके अलावा रिजर्व बैंक भी मानसून के आधार पर अपनी ब्याज दरों में कटौती या बढ़ोतरी करता है। अच्छे मानूसन के पूर्वानुमान पर रिजर्व बैंक ब्याज दरो मे कटौती करता है। वही मानसून के खराब होने पर यह दरे बढ भी सकती है। मानसून अच्छा होने पर किसानो तथा फसलो पर निर्भर व्यापारियों को लाभ होता है । ऐसे में बाजार में भी अच्छा बिजनेस होता है।
देश में इस समय जिस तरह गर्मी का असर है। उसको देखते हुए भी लोग अच्छे मानसून की भविष्यवाणी कर रहे है। मानसून अच्छा रहने पर पीने के पानी की समस्या भी काफी हद तक हल हो सकती है। क्योकि पीने योग्य ज्यादातर पानी हमें नदियों से प्राप्त होता है। अच्छे मानसून की बारिश होने पर पानी की समस्या भी काफी कम हो जाती है। वही इसका प्रभाव व्यापार और खाद्य पदार्थो की कीमतो पर तो पडता ही है।
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