गजब के एंटीक बर्तनों का कलेक्शन


बर्तन बनाने में लगा रखी हैं अद्भुत तरकीबें, जिन्हें देखकर रह जाता है हर कोई दंग। सदियों पुरानी बर्तन बनाने की इस चमत्कारिक कला में एक छोटे से बॉक्स में ढेर सारे बर्तन समा जाते हैं। सभी बर्तन कांस्य या तांबे के बने है। जिनका प्रयोग मुख्यतः प्राचीन घुमंतू समुदाय के लोग करते थे, जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते समय, बड़ी ही सुगमता से थोड़ी सी जगह में बहुत सारे बर्तनों को ले जाते थे। इन बर्तनों का प्रयोग युद्ध के समय लगने वाले सैनिक डेरो में भी किया जाता था। वर्तमान में यह बर्तन एंटीक पात्र बन गए हैं, जिनका प्रयोग और संग्रह करने की होड़ लोगों में लगी रहती है। आये जानते हैं विस्तार से सभी बर्तनों की बनावट तथा किस प्रकार प्राचीन लोग इनका इस्तेमाल करते थे-

सात बर्तनों का संग्रह:
गज़ब की तकनीक का प्रयोग करते हुए, पीतल के बर्तनों को इस तरह डिजाइन कर रखा है कि उनका आकार घटते क्रम में है। जिस कारण वे सभी एक दूसरे के अंदर समाहित होकर छोटे रूप में दिखते हैं। इन बर्तनों का प्रयोग टिफिन या मसालें आदि के डब्बों के रूप में किया जाता था। डेढ़ सौ साल पुरानी इन पत्रों की क्षमता 20 ग्राम से लेकर 2 किलो ग्राम तक हैं।

चलते-फिरते खाना बनाने के पात्र:
खाना बनाने का भिगोना, कढ़ाई, चमचा, स्टीमर पातीला, दो छोटी पतीली सेमत 8 बर्तन छोटे बक्से के आकार में सिमट कर रह जाते हैं। बक्से को खोलते ही किचन का सारा सामान प्रस्तुत हो जाता है। आमतौर पर इनका प्रयोग घुमंतू लोगों के द्वारा किया जाता है, जो बहुत ही कम जगह में खाना बनाने के सामानों को अपनी साथ यात्रा पर ले जाते हैं।

एंटीक लंच बॉक्स:
शानदार-सा दिखने वाला यह यूनिक लंच बॉक्स चार बड़े-बड़े खानों का है। जिसको बड़ी मजबूती से बनाया गया है तथा इसमें खाना रखकर, टिफिन उल्टा-पुल्टा होने पर भोजन बिखरने का भी डर नहीं रहता। इसमें प्रत्येक डब्बे को चार लंबवत पट्टियां फंसाये रखती है। जिसमें दो पत्तियां को साइड में खिसकने पर, इसका लॉक खुल जाता है और एक-एक करके डब्बे को बाहर निकाल लेते हैं। इसमें एक दूसरे प्रकार का लंच बॉक्स भी है, जिसके सभी डब्बे पत्तियों के माध्यम से एक-दूसरे में फंसे रहते हैं, जिन्हें ऊपर की तरफ खिसका कर ही निकाला जा सकता है।

सेव बनाने की मशीन:
कांस्य धातु की छोटे आकार में एक सेव बनाने की मशीन भी उपलब्ध है, जिसमें एक तरफ आटा डालकर दूसरी तरफ हैंडल के माध्यम से घूमने पर नीचे से सेव निकलती है।

इन सभी शानदार तथा एंटीक बर्तनों में उनके पास एक चमत्कारिक लोटा, जिसके अंदर गिलास भी फिट है और ऊपर ढक्कन लगाने पर पानी बिखरता भी नहीं तथा पानी ठंडा या गरम बना रहता है। वहीं कांस्य का बना हुआ लगभग 3 फीट लंबा, मजबूत चमचा भी ज्यादा मात्रा में खाना बनाने के लिए उपलब्ध है।
तो दोस्तों आपने देखी यह बेहद खूबसूरत और यूनिक बर्तनों की दुकान जिसमें और भी अनेकों प्रकार के तकनीक से युक्त बर्तन उपलब्ध है। यदि कोई बंधु इनसे संपर्क करना चाहे तो इनका पता मंगलवार पैठ,जूना बाजार,पुणे, महाराष्ट्र तथा इनका मोबाइल नंबर 7038883060 हैं। ऐसे ही अन्य शानदार जानकारी के लिए बने रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥
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