ग्लेशियर टूटने से आई उत्तराखंड के चमोली में तबाही, काफी हुआ नुकसान


जानकारी के मुताबिक, रैनी गांव के पास 24 मेगावाट का प्रोजेक्ट निर्माणाधीन था। ग्लेशियर टूटने से नदी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। ऋषिकेश कोडियाला ईको टूरिज्म जोन में जल पुलिस और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है। जल पुलिस के साथ आपदा प्रबंधन दल राफ्टिंग स्थलों पर पहुंच गया है। चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में नदी किनारे सभी सभी स्थानों पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। वहीं, नदी किनारे बस्तियों में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में ले जाने का आदेश जारी किया गया है।
ग्लेशियर टूटने से नदी विकराल रूप ले चुकी है। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नदी का रौद्र रूप दिखाई दे रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि नदी अपने पूरे उफान पर है। वीडियो में दिख रहा है कि अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।

तपोवन से लेकर हरिद्वार तक के सभी जिलों में अलर्ट
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धम अग्रवाल ने एक बयान में बताया कि सुबह पहाड़ से भारी मलबा, हिमखंड टूटकर आने से इन हाइड्रो प्रोजेक्ट के बैराज क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुए तपोवन से लेकर हरिद्वार तक के सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे के रास्ते बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गंगा के किनारे के सभी कैंपों को खाली कराया जा रहा है।
सीएम ने किया ट्वीट- किसी भी तरह की अफवाह पर न दें ध्यान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।'
Comment
Also Read

ट्रैक्टर पर सिर्फ 5
edhgmn,mngdfd

ग्लूटेन-फ्री आहार: किसके लिए ज़रूरी और क्यों?
ग्लूटेन-फ्री आहार (Gluten-Free Die

देसी ताकत का खजाना: सत्तू
गर्मी का मौसम हो या सर्दी की सुबह,

व्रत और उपवास में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ और उनका महत्व
भारत में व्रत और उपवास धार्मिक एवं

इंटरमिटेंट फास्टिंग का विज्ञान, लाभ और सावधानियाँ
इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent
Related Posts
Short Details About