दुनिया का सबसे मजबूत घर बनाया बिना सीमेंट के

01 Aug 2022 | others
दुनिया का सबसे मजबूत घर बनाया बिना सीमेंट के

इस शख्स ने स्टील फ्रेम स्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए एक इको फ्रेंडली घर बना के तैयार कर दिया है। यह घर देखने में जितना अदभुत है उतना मजबूत भी है साथ ही टिकाऊ भी है। इस घर को बनाने में समय और पैसे की दोनों की बचत हुई ही है।

इस घर कि खास बात है कि यहाँ AC की ज़रूरत नहीं पड़ती, भूकंप और आग का भी खतरा कम है क्योंकि यह केवल स्टील की मदद से बनाया गया है। केरल के रहने वाले मोबिश थॉमस ने वायनाड में ये घर बनाया है

घर बनाने में बहुत समय और मेहनत लगती है। वायनाड के एक सरकारी कर्मचारी और सामाजिक कार्यकर्ता, मोबिश थॉमस के लिए भी चीज़ें अलग नहीं थीं। मोबिश, याद करते हुए बताते हैं कि ऑफिस और सामाजिक काम के बीच घर बनाने के लिए पर्याप्त समय निकालना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी।

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ऐसे में उन्होंने सोचना शुरू किया कि कैसे एक ऐसा ईको फ्रेंडली घर बनाया जाए, जिससे समय भी कम लगे और पैसे भी ज्यादा खर्च न हों। फिर उन्होंने एक वैकल्पिक और सस्ती तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला किया।

मोबिश बताते हैं कि उनके लिए कंस्ट्रक्शन की निगरानी कर पाना एक मुश्किल काम था। दूसरी तरफ, वह अपने पुश्तैनी घर में रह रहे थे और मानसून आने से पहले उन्हें घर का रेनोवेशन भी करना था। वह कहते हैं, “चूंकि हमने एक नया घर बनाने का फैसला किया था, इसलिए हमारे लिए इसे कम समय में तैयार करना ज़रूरी था, ताकि बारिश शुरू होने से पहले घर तैयार हो सके।”

उन्होंने लाइट गेज स्टील फ्रेम स्ट्रक्चर या LGSF को चुनने का फैसला किया। यह एक ऐसी तकनीक है, जो निर्माण सामग्री के रूप में कोल्ड-फॉर्म्ड स्टील का उपयोग करती है। मोबिश कहते हैं कि इस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने केवल तीन महीनों में अपना दो मंजिला घर तैयार कर लिया और इस घर को बनाने की लागत केवल 34 लाख रुपये आई।

पेशे से इंजीनियर और ओडीएफ ग्रुप के संस्थापक माजिद टी बताते हैं कि LGSF का आमतौर पर रेजिडेंशिअल बिल्डिंग में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यह मुख्य रूप से कमर्शिअल बिल्डिंग के निर्माण में उपयोग किया जाता है।

कम खर्च में बनेगा घर

वायनाड के सुल्तान बाथेरी में 1,440 वर्ग फुट में बना मेबिश का ईको फ्रेंडली घर, उन लोगों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है, जो कम समय और कम पैसे में घर बनाने की तकनीक तलाश रहे हैं।

मोबिश बताते हैं, “यह एक इको-फ्रेंड्ली और टिकाऊ तकनीक भी है, क्योंकि इसमें स्टील का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे भविष्य में रिसायकल किया जा सकता है। इसके अलावा, निर्माण करते समय किसी तरह का ठोस मलबा उत्पन्न नहीं होता, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता।”

इससे बनता है स्टील का घर

मोबिश कहते हैं, “ईंट और मोर्टार का उपयोग करने के बजाय, हम निर्माण के लिए स्टील और सीमेंट फाइबर बोर्ड या पैनल का उपयोग करते हैं। सबसे पहले, हम नींव के ऊपर एक स्टील फ्रेम बनाते हैं, जिससे हम दीवारों के निर्माण के लिए फाइबर सीमेंट बोर्ड लगाते हैं।”

वह आगे बताते हैं कि पूरा घर इन बोर्ड्स का उपयोग करके बनाया गया, जो मजबूत और लंबे समय तक चलने वाले होते हैं, जिससे सीमेंट और अन्य निर्माण सामग्री का उपयोग कम हो जाता है।

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