दुनिया की सबसे बड़ी लाल पत्ता गोभी

24 Dec 2020 | Successful Farmer
दुनिया की सबसे बड़ी लाल पत्ता गोभी

ब्रिटेन के एक व्यक्ति ने 23 किलोग्राम से अधिक वजन वाली विश्व का सबसे भारी लाल पत्ता गोभी उगाकर 90 वर्ष से भी अधिक पुराना रेकॉर्ड तोड़ दिया है। लीड्सटाउन, कॉर्नवेल के डेविड थॉमस ने इस वर्ष के नैशनल जॉइंट वेजिटेबल चैम्पियनशिप में 23.2 किलोग्राम की सब्जी को प्रदर्शित किया।

थॉमस ने कहा कि 'बीच बॉल' के आकार के गोभी के उत्पादन से वह काफी गौरवान्वित हैं। इससे पहले वर्ष 1925 में स्टेविले, डर्बीशायर के आर स्ट्रॉ ने 19.05 किलोग्राम के गोभी का उत्पादन किया था।

BBC के अनुसार नैशनल जॉइंट वेजिटेबल चैम्पियनशिप के आधिकारिक जज मार्टिन डेविस ने कहा, 'हम इस बात की पुष्टि करके खुश हैं कि डेविड थॉमस ने विश्व के सबसे भारी गोभी का पिछला विश्व रेकॉर्ड चार किलोग्राम से अधिक के अंतर से तोड़ दिया है।' हालांकि गिनेस वर्ल्ड रेकॉर्ड्स द्वारा इसकी पुष्टि की जानी है।

लाल पत्ता गोभी की खेती के लिए जानने योग्य आवश्यक बातें

  • लाल पत्ता गोभी की खेती के लिए हल्की दोमट भूमि सबसे अच्छी रहती है। 
  • इसे हल्की चिकनी मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
  • भूमि का पी.एच. मान 6.0-7.0 के बीच होना चाहिए।
  • इसकी खेती के लिए आवश्यक तापमान 20-30 डिग्री सेंटीगे्रड के बीच होना चाहिए। 
  • अधिक तापमान पर इसके हैड स्वस्थ नहीं तैयार हो पाते।
  • लाल पत्ता गोभी का बुवाई का समय मध्य सितंबर से मध्य नवंबर तक होता है।
  • पत्ता गोभी की रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए ताकि भूमि में नमी बनी रहे।
  • शीषों को पूर्ण विकसित होने पर ही इसकी कटाई करनी चाहिए। जल्द कटाई करने से
  • इसके आकार में कमी आ जाती है।

लाल पत्ता गोभी के लिए खेत की तैयारी

लाल पत्ता गोभी की खेती के खेत तैयार करने के लिए खेत की मिट्टी पलटने वाले हल या हैरो से दो से तीन बार जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए और प्रत्येक जुताई के बाद पाटा चलाना चाहिए। ताकि मिट्टी समान रूप से एक जैसी हो जाए ताकि बुवाई करने में आसानी रहे। खेत में 8-10 दिन के अंतराल से जुताई करनी चाहिए ताकि खेत में पिछली बाई हुई फसल के अवशेष, घासफूस व कीट पूर्ण रूप से नष्ट हो जाए। इसके बाद समान आकार की क्यारियां बनानी चाहिए।

लाल पत्ता गोभी के फायदे

अब तो यह लाल पत्ता गोभी सब्जी मंडियों में भी देखने को मिलने लगी है। यदि इसके गुणों की बात करें तो इसमें खनिज लवण, कैल्सियम, लोहा, प्रोटीन, कैलोरीज आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसका कच्चा सेवन करना ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए लाभकारी बताया गया है। इसके गुण व रंग के कारण ही इसकी बाजार में मांग बनी हुई है और इसके दाम भी अच्छे मिलते हैं। आइए आज हम आपको लालपत्ता गोभी कि किस्मों और उसके उत्पादन की उन्नत तकनीक की जानकारी देंगे जिससे आप इसका बेहतर उत्पादन कर अच्छी आमदनीकर सकेंगे।


Share

Comment

Loading comments...

Also Read

देसी ताकत का खजाना: सत्तू
देसी ताकत का खजाना: सत्तू

गर्मी का मौसम हो या सर्दी की सुबह,

01/01/1970

Related Posts

Short Details About