पंछियों ने क्रैश कराए भारी-भरकम विमान

04 Sep 2022 | others
पंछियों ने क्रैश कराए भारी-भरकम विमान

जाने-अनजाने आसमान में उड़ने वाले आजाद पंछी भी हवा में यात्रा करने वाले लोगों के जीवन के दुश्मन बन जाते हैं। इस कड़ी में आज हम कुछ ऐसी ही घटनाओं के बारे में बात करेंगे जहां आकाश में उड़ने वाले पक्षी बड़ी-बड़ी त्रासदियों के लिए जिम्मेदार रहे हैं।

यूं तो आसमान पक्षियों के लिए ही था, लेकिन इंसान ने वहां से भी रास्ता बना लिया और हवाओं को चीरकर प्लेन चलने लगे। ऐसे में कई बार ऐसा हुआ कि ये प्लेन पक्षी या उनके झुंड के रास्ते में आ गए और फिर हुए कुछ भयानक हादसे। आज हम ऐसे ही हादसों के बारे में आपको बताएंगे।

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हडसन में चमत्कार:

साल 2009 के 15 जनवरी के दिन प्लेन के पायलट चेसले सुलेनबर्गर एयरबस 320 को कंट्रेल कर रहे थे। नॉर्थ कैरोलिना की इस फ्लाइट में 150 यात्री साहित 5 क्रू मेंमर सवार थे। अचानक हंस का विशाल झुंड विमान के दोनों इंजनों के साथ टकरा गया, जिससे इंजन खराब हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद हवाई जहाज के कैप्टन सुलैनबर्गर ने जहाज को हुडसन नदी पर उतारने का निर्णय लिया। हादसे के पांच मिनट बाद ही पानी में उतरने से प्लेन में मौजूद सभी 155 लोगों की जान बचाई जा सकी।

जब प्लेन के 3 इंजन हुए फेल:

4 अक्टूबर 1960 को, ईस्टर्न एयरलाइंस की उड़ान 375, एक लॉकहीड L188A इलेक्ट्रा, ने लोगान हवाई अड्डे, संयुक्त राज्य अमेरिका से उड़ान भरी। टेक-ऑफ के कुछ ही समय बाद, विमान मध्य हवा में स्टर्लिंग पक्षियों के झुंड से टकरा गया। 3-4 पक्षी इंजन में फंस गए और फिर विमान नीचे लटक गया और विन्थ्रोप बे में गिर गया। इस हादसे में विमान में सवार 62 लोगों की मौत हो गई और विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया।

फ्लोक ऑफ गल्स:

15 अगस्त 2019 में मॉस्को से उड़ी एक उरल एयरलांइस एयरबस A321 के इंजन की पक्षियों के झुंड के साथ टकरा गई। समय रहते फ्लाइट कैप्टन दामीर युसुपोव ने फ्लाइट को मक्के के खेत में उतारा, जिससे फ्लाइट में मौजूद सभी यात्रियों की जान बच पाई। हालांकि दुर्घटना में 70 से ज्यादा लोगों के जख्मी हुए लेकिन जान सबकी बच गई। घटना के बाद युसुपोव को एक हीरो की तरह देखा जाने लगा।

खतरनाक लैंडिंग:

1988 में इथियोपियन एयरलाइंस के बोइंग 737-260 में कबूतरों का एक झुंड फंस गया था। हादसा उस वक्त हुआ जब विमान जमीन से 100 से 200 फीट ऊपर था। दुर्भाग्य से, विमान ने शक्ति खो दी और इंजन में आग लग गई। पायलट तुरंत 'टाना' झील से विमान को वापस रनवे पर ले आया लेकिन विमान के दोनों इंजन फेल हो गए. कप्तान ने अंत तक लैंडिंग युद्धाभ्यास जारी रखा, लेकिन विमान ने प्रभाव में आग पकड़ ली और दो में विभाजित हो गया। अंतरिम रिपोर्ट के मुताबिक, विमान में सवार 102 लोगों में से 31 की मौत हो गई थी।

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