बिस्किट से होगा बिजली उत्पादन


भारत में धूप, खास कर गर्मियों में, काफी अच्छी रहती है। सोलर पैनल की मदद से आप बिजली के बिल को कम कर सकते हैं। मगर ये पैनल लगाने के लिए आपके पास छत हो। यदि छत न हो तो क्या करें तो आप सोलर बिस्किट का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हां ये एक दम नया तरीका है। आइए जानते हैं कैस आप सोलर बिस्किट से बिजली बचा सकते हैं।
बेंगलुरु का एक स्टार्टअप,संडेग्रिड्स इस परेशानी का हल लेकर आया है। संडेग्रिड्स आपको ‘सोलर बिस्किट’ लगाने में मदद करता है, जिससे आप बिजली बिल पर खर्च होने वाले पैसों की बचत कर सकते हैं।

नए स्टार्टअप की शुरुआत:
इंडस्ट्रिअल डिजाइन ग्रेजुएट, मैथ्यू सैमुअल और नसीर सत्याला, बेंगलुरु के स्टूडियो अपार्टमेंट में रहते हैं। अपार्टमेंट के सीमित जगह को देखते हुए इन दोनों का ध्यान एक वास्तविक समस्या पर गया। उन्होंने महसूस किया कि अपार्टमेंट में रहनेवाले लोगों के लिए जगह कम होती है, जहां सोलर पैनल (Solar Panel System) लगाना काफी मुश्किल काम है।
तब दोनों ने सोचना शुरु किया कि आखिर ऐसी कौन सी तकनीक अपनाई जाए, जिससे कम जगह में भी ऊर्जा की बचत हो सके। इसी सवाल का जवाब खोजते हुए उन्होंने ‘संडेग्रिड्स (SundayGrids)’ नाम के एक स्टार्टअप की शुरुआत की। इस बिज़नेस के ज़रिए केरल के रहनेवाले मैथ्यू, लोगों के लिए डिजिटल सोलर एनर्जी तक पहुंच आसान बनाते हैं।
मैथ्यू, नसीर और तरुण जोसेफ ने इस कंपनी की शुरुआत साल 2020 में की थी। तीनों ही डिजाइन और इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं। सोलर बिस्किट या डिजिटल सोलर, सोलर प्लांट के एक हिस्से की एक यूनिट है, जो ऑनलाइन बेची जाती है और यूज़र्स इसे रिज़र्व कर सकते हैं।
ऐसे काम करते हैं ये सोलर बिस्किट:
जब कोई समूह या व्यक्ति बिजली के लिए इसका उपयोग करता है, तो वह अपने बिस्किट से रिटर्न या पावर डिविडेंट (क्रेडिट) प्राप्त कर सकता है। यह ग्रीन फाइनेंशिअल निवेश का एक नया तरीका है, जो सोलर एनर्जी अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद कर सकता है।
इसकी प्रक्रिया काफी सरल है। आप बस उतने सोलर बिस्किट चुन लें, जितने से आपके घर के बिजली बिल की भरपाई हो सके। यह उनसे उत्पन्न बिजली की प्रत्येक यूनिट के लिए ऊर्जा क्रेडिट देता है। इन क्रेडिट्स का उपयोग आपके बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए किया जा सकता है और इसके बाद भी अगर कुछ बचता है, तो वह भुगतान आपको करना पड़ता है।
संडेग्रिड्स के स्ट्रैटिजी एक्सपर्ट, मैथ्यू ने बताया कि घरों में सोलर पैनल (Solar Panel System) न लगाने के कई कारण हैं। इन कारणों में ज्यादा लागत, सीमित जगह या जगह पर कम धूप मिलना, अस्थायी घर होना शामिल हैं। कई लोग तो घर की छतों को लेकर काफी संवेदनशील भी होते हैं। ऐसे सभी कारणों के लिए एक विकल्प है ‘सोलर बिस्किट’।
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