भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गई द्रौपदी मुर्मू, जानें उनका फर्श से अर्श का सफर

23 Jul 2022 | others
भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गई द्रौपदी मुर्मू, जानें  उनका फर्श से अर्श का सफर

25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगी। राष्ट्रपति चुनाव की अभी तक की मतगणना में द्रौपदी मुर्मू को कुल वैध वोटों का 50 प्रतिशत वोट मिला है। निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी (PM Modi) से लेकर विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) तक सभी ने उन्हें जीत की बधाई दी है। 

बता दें कि, 24 जुलाई को निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ था। इस बार राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला था। एनडीए समेत कई दल पहले ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का एलान कर चुके थे। वहीं राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दौरान कई विपक्षी दलों के वोट भी द्रौपदी मुर्मू को मिले थे। इसलिए पहले से ही उनकी जीत तय मानी जा रही थी।

चिराग दारूवाला कहते है की द्रौपदी मुर्मू की जीवन कुंडली में कुछ ऐसे राज योग हैं जो उन्हें अपने जीवन में सफल बनाते हैं। उनकी जन्म कुंडली में मुख्य राशि मीन है और इसका स्वामी गुरु है, जो गुरु का घर है। गुरु उनकी जन्म कुंडली में सप्तम भाव में है और इससे बनने वाला लग्न योग उनकी कुंडली में समसप्तक राज योग बनाता है। इससे उनके राजनीतिक जीवन में खुशियां आएंगी।

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द्रौपदी मुर्मू कौन हैं?

द्रौपदी मुर्मू ने 2000 और 2009 में ओडिशा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से भाजपा के टिकट पर दो बार जीत हासिल की और विधायक बनीं। उन्हें 2000-2004 के बीच नवीन पटनायक के रूप में ओडिशा में बीजू जनता दल और भाजपा गठबंधन सरकार में वाणिज्य, परिवहन विभाग और फिर मछली और पशु संसाधन विभाग में मंत्री बनाया गया था।

द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखंड के 9वें राज्यपाल के रूप में प्रतिबद्ध थीं। उन्होंने सैयद अहमद की जगह ली थी। झारखंड उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह ने इन्हें इस पद की शपथ दिलवाई। झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनने का पद भी द्रौपदी मुर्मू के पास गया। साथ ही वह किसी भी भारतीय राज्य की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी भी हैं। इन्होंने 24 जून 2022 को अपना नामांकन किया, उनके नामांकन में पीएम मोदी प्रस्तावक बने और राजनाथ सिंह समर्थक बने।

संवेदनशील और भावुक हैं द्रौपदी मुर्मू:

द्रौपदी मुर्मू की कुंडली से जो उनके नेचर के बारे में पता चला है वो ये है कि वो एक संवेदनशील और भावुक व्यक्ति हैं। लोगों के कठोर व्यवहार का असर उनकी कुंडली पर पड़ता है, वो कई बार परेशान होकर दुखी भी हो जाती हैं। 

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