मिट्टी से बनाया RO


गर्मियां आ गई हैं, सबको गला तर करने के लिए लगातार पानी की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में उन घरों में ज्यादा दिक्कत होती है जहां साफ पानी नहीं आ रहा और RO या FILTER की सुविधा भी नहीं है। देखा जाए तो देश की 70 फीसदी से ज्यादा आबादी के पास पीने के लिए साफ पानी मुहैया नहीं है और इसी गंदे पानी के चलते हर साल गर्मियों में कई तरह की बीमारियां पैर पसार लेती हैं।
हैदराबाद के 54 वर्षीय एमवी रामचंद्रुडु एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो पीने के पानी को फिल्टर करने के लिए टेक्नोलॉजी पर निर्भर नहीं हैं।
राम एक सिविल इंजीनियर और पर्यावरणविद् हैं। वह वॉटर रिसोर्स मैनेजमेंट की दिशा में काम करने वाली एक संस्था वासन में 20 सालों तक वॉलंटियर रह चुके हैं। इस दौरान वह आरओ वॉटर और कैन्ड वॉटर के प्यूरीफिकेशन से जुड़े कई शोधों का हिस्सा रहे हैं।
वह कहते हैं, “पीने के पानी को शुद्ध करने का मतलब है पानी से हानिकारक बैक्टीरिया हटाना न कि आवश्यक मिनरल को हटाना। जबकि आरओ पानी से इन हानिकारक बैक्टीरिया और रोगाणुओं को हटाने के साथ ही पानी में मौजूद जरूरी मिनरल को भी बाहर कर देता है। डिब्बाबंद पानी को कभी-कभी बहुत लापरवाही से शुद्ध किया जाता है जिससे कोई भी अशुद्धियाँ दूर नहीं होती हैं।”
अपने घर में, राम, उनके 26 वर्षीय बेटे और उनकी पत्नी मिट्टी के मटकों से फिल्टर पानी पीते हैं। इन मटकों में बजरी,कंकड़ और चारकोल रखा जाता है जिसके जरिए पानी फिल्टर होता है। यह एक ऐसा फिल्टरेशन सिस्टम है जो उन लोगों को काफी पसंद आता है जो साफ और शुद्ध पानी पीना चाहते हैं।

राम को बचपन से ही नगरपालिका द्वारा सप्लाई किए जाने वाला पानी पीने की आदत थी। लेकिन 12 साल पहले जब वह नागोले में बस गए, तो उन्हें स्टोर से डिब्बाबंद पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि नगर निगम के पानी की उचित आपूर्ति नहीं थी। इसके अलावा, नगर निगम का पानी भी दूषित था क्योंकि पानी सप्लाई की पाइप काफी गंदी थी।
वह कहते हैं, “उस समय मुझे उन पाइपों में सीवेज लीक होने और उचित मेंटेनेंस के बिना पाइपों के गंदे होने की खबरें सुनने को मिलती थी। पीने के पानी की समस्या के समाधान के बारे में सोचते समय मुझे मटके के पानी का ख्याल आया और मैंने इसे सैंड फिल्टरेशन के जरिए शुद्ध करने का फैसला किया।”
अपने बेटे की मदद से (जो उस समय कक्षा 9 में था, और अब इंजीनियर है), राम ने थ्री-पॉट सैंड-बेस्ड वाटर फिल्टरेशन सिस्टम बनाया। राम कहते हैं, “इस सिस्टम में हम छत पर इकट्ठा किए गए बारिश के पानी या नल के पानी का इस्तेमाल करते हैं और 20 मिनट के भीतर शुद्ध पीने का पानी तैयार हो जाता है।“
यह सिस्टम बनाना आसान है और आप इसे आसानी से अपने घर पर बना सकते हैं।
RO बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:
एक ही आकार के 3 मिट्टी के बर्तन। एक ऐसा जिसमें नल जुड़ा हुआ हो (रेडीमेड)
मोटे बालू ( जिसका इस्तेमाल घर के निर्माण में किया जाता है)
कंकड़
चारकोल (हर सामग्री की आवश्यक मात्रा मिट्टी के बर्तनों के आकार पर निर्भर करती है।)
RO कैसे बनाएं:
स्टेप 1- मटकों को अच्छी तरह से धो लें।
स्टेप 2- दो मटकों में दो कप पानी भरें और इसे 15 मिनट तक छोड़ दें।
स्टेप 3- पानी को रिसने दें और मटके की पेंदी में नाखून से एक छेद करें।
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