मोबाइल कंट्रोल्ड हाईटेक एलइडी लाइटों ने किया कमाल

04 Sep 2024 | Manufacturing
मोबाइल कंट्रोल्ड हाईटेक एलइडी लाइटों ने किया कमाल

एक ऐसी फैक्ट्री जहां दिन भर में बनती है लाखों एलईडी लाइटें, किलोमीटर लंबी फुल ऑटोमेटिक मशीनों के माध्यम से हो रहा है शानदार कार्य। इस मेगा फैक्ट्री में है ऐसी भी लाइटें, जो यहां के अलावा पूरे भारत में कहीं नहीं बनती। आये जानते हैं किस प्रकार यह कमाल की इंजीनियरिंग और गजब की टेक्नोलॉजी भारत की तस्वीर बदल रही है।

मोबाइल कंट्रोल्ड हाईटेक एलइडी लाइटों ने किया कमाल_1818


एलईडी लाइट मैन्युफैक्चरिंग का तरीका: 

10 साल से संचालित इस फैक्ट्री में रॉ मटेरियल के रूप में मेटल पीसीबी आता है, जिसमें कॉपर पैड के अलग-अलग कंपोनेंट लगाकर प्रिंटिंग करते हैं। यह सब आटोमेटिक मशीन द्वारा एक्जेक्टली जगह पेस्ट होता है, जिससे मटेरियल वेस्ट ना हो। एसएमटी मशीन एलईडी चिप्स और इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट को अलग-अलग पिक कर, उनको जोड़कर बहुत तेजी से एक नया उत्पाद बना देती है। इसी के साथ पर दूसरी मशीन में एक ग्रीन पीसीबी प्लेट तैयार हो जाती है, जो एलइडी लाइट के ड्राइवर का कार्य करती है।

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इसको भी एलईडी लाइट से जोड़कर चेक किया जाता है कि वह ठीक प्रकार से चल रही है या नहीं। इसके बाद इस पर एक ब्लू कॉम्पोनेंट एमआई लाइन में फिक्स किया जाता है। यह कार्य एक लंबी मशीन पर बहुत सारे लोगों द्वारा किया जाता है। इसके बाद वेव सोल्डिंग मशीन में इन शीट्स को डालकर ऑटो सोल्ड किया जाता है, जिससे वे टाइट और इलेक्ट्रिकली कनेक्टड हो जाते हैं। साथ ही मशीन द्वारा ऑटोमेटिक चेक भी होते रहते हैं। और बनकर तैयार हो जाता है एलईडी कॉम्पोनेंट, जिसे बाद में बल्ब में फिट कर दिया जाता है।

एलईडी कंपोनेंट से बल्ब बनाना:

इसके लिए तैयार हुए एलईडी कंपोनेंट में पीछे की तरफ दो वायर जोड़कर बल्ब हाउसिंग में फिक्स कर देते हैं। तथा इसके होल्डर को 8 पीन्स क्रीम करके जोड़ दिया जाता है, ताकि वह बिल्कुल चिपक जाए। अब वहां से एक्स्ट्रा वायर को कट करके, बाहर की तरफ होल्डर पर कॉपर के टांके लगा दिए जाते हैं। जिससे इलेक्ट्रिक करंट आसानी से फ्लो हो सके। मोमेंट डिटेक्ट करने के लिए मोशन सेंसर भी लगाया जाता है। इसके बाद बल्ब को चेक किया जाता है और ग्लू लगाकर कवर सेट कर देते है और डब्बे में पैक कर मार्केट में सप्लाई करने हेतु तैयार कर दिया जाता है। 

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किलोमीटर लंबी एलइडी स्ट्रिप: 

विभिन्न प्रयोगों में इस्तेमाल होने वाली एलईडी की लंबी और चौड़ी रंग-बिरंगी स्ट्रीप भी यहां तैयार की जाती है, जो फुली लैमिनेटेड होती है तथा विद्युत प्रवाहित करने पर बेहद चमकदार और तीव्र रोशनी के साथ जल उठती है। जिसका रोल बना पैकिंग कर आगे सप्लाई करने हेतु भेज देते हैं।

मोबाइल कंट्रोल्ड हाईटेक एलइडी लाइटों ने किया कमाल_1818

इसे बनाने के लिए सिलिकॉन मटेरियल का कच्चे पदार्थ के रूप में प्रयोग करते हैं। तथा दो कंपाउंड प्योर व्हाइट और डिफ्यूजर मटेरियल लगता है, जिसे एक मशीन द्वारा मिक्सिंग कर हाई प्रेशर की रोलिंग मशीन में प्रवाहित कर प्लेन प्लेट बना लेते हैं। इस लंबी परत में मशीन द्वारा ही एलइडी स्ट्रिप सेट की जाती है, एक तरफ पदार्थ और दूसरी तरफ की एक्सट्रूजन मशीन में कंबाइन होकर जाता है और रोप लाइट बनकर तैयार हो जाती है। इसे सूखाने के लिए इसका तापमान कम रखा जाता है। 

एलईडी बैटन का निर्माण:

इसके लिए सबसे पहले पॉलीकार्बोनेट के दाने का प्रयोग होता है, जो सादा और डिफ्यूजन पदार्थ के रूप में मिलता है। ड्यूल एक्सक्लूशनरी टेक्नोलॉजी के आधार पर दो अलग-अलग रंग को मशीन में डालकर एक प्रोडक्ट बनाते हैं, इसमें ही बैटन के अलग-अलग शेप और डिजाइन बना सकते हैं। तथा मशीन में फीड करने के बाद एक निश्चित साइज में काटकर एन्ड कैप लगाकर तैयार कर देते है। बैटन बन जाने के बाद उसमें एलईडी बल्ब और वायरिंग आदि को असेंबल कर दिया जाता है, जिसकी आगे चलकर टेस्टिंग होती है और सही पाये जाने पर सेल करने हेतु पैक कर दिया जाता हैं।

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आरएनडी एंड क्वालिटी कंट्रोल सेक्शन:

इसमें उनकी फैक्ट्री में होने वाले सभी उत्पादों की क्वालिटी और डेवलपमेंट टेस्टिंग का कार्य होता है। लाइट का टेस्ट करने के लिए एक बड़े अंडाकार बॉक्स में लाइट को जलाकर बाक्स को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाता है। इसके बाद उसमें लगे ऑप्टिकल फाइबर और आदि टेक्नोलॉजी द्वारा कंप्यूटर पर बल्ब की ल्यूमेन में तीव्रता और क्षमता प्राप्त होती है। 

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इसके अलावा यह अपनी इस फैक्ट्री में ip67 लाइट की लड़ी बनाते हैं, जो ग्लू डालकर वॉटरप्रूफ परत चढ़ा कर सीक्योर की जाती हैं। इसके बाद आरजीबी एलइडी लाइट भी तैयार होती है। आरजीबी अर्थात् 256 मिलियन कलर बदल सकते हैं, इसमें हर बल्ब के अंदर एक चिप लगा हुआ है जिसे अलग से डिटेक्ट कर सकते हैं। लाइट को यूएसबी पोर्ट से अटैच कर, ऐप के माध्यम से कनेक्ट कर उसको विभिन्न मोड्स में चेंज किया जा सकता है तथा मोबाइल द्वारा ही फूली कंट्रोल कर लेते हैं, और म्यूजिक के साथ भी अटैच कर सकते हैं तथा प्रतिदिन लाइट जलाने के समय शेड्यूल को भी सेट कर सकते हैं। दोस्तों इस प्रकार की हाईटेक लाइटों से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए आप इनकी वेबसाइट Rashmilighting.com तथा इनका लैंडलाइन नंबर 03340224022 पर संपर्क कर सकते हैं। तो दोस्तों कैसी लगी आपको यह जानकारी कमेंट पर अवश्य बताएं तथा अन्य जानकारी के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥ जय हिंद॥


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