रबर और लोहे से बने, गजब के फिटनेस उपकरण


औद्योगिक क्षेत्र में नई पीढ़ी के युवा भी कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं, बनाते हैं ऐसे शानदार प्रोडक्ट जिनकी सप्लाई देश-विदेश तक होती है। उसी कड़ी में 22 वर्षीय हर्षित जैन भी संचालित कर रहे हैं, एक ऐसी बेहतरीन मेगा फैक्ट्री जिसमें हेल्थ एंड फिटनेस से संबंधित उपकरण मैन्युफैक्चर होते हैं। साधारण से दिखने वाले पाउडर को मशीनों में डालकर बनाते हैं चमत्कारिक रबर, जिसे मोल्ड करके डंबल, प्लेटें आदि जिम से संबंधित उपकरण बनाए जाते हैं। आये विस्तृत रूप से जानते हैं हर्षित जी से, वे किस प्रकार इस फैक्ट्री का संचालन कर बेहतरीन उत्पाद बना रहे हैं

विभिन्न प्रकार के जिम उपकरण बनाने की विधि:
सख्त प्लास्टिक के डंबल, मोटी रबड़ की प्लेटें तथा स्टेनलेस स्टील और लोहे की रॉड, डंबल एवं अन्य जिम उपकरण बनाने के लिए, सर्वप्रथम रॉ मैटेरियल के रूप में प्लास्टिक पाउडर की आवश्यकता होती है। पाउडर तथा बॉन्डिंग जैल का वजन कर एक मशीन में डाला जाता है, जिसे 10 से 15 मिनट मशीन में मिक्स करने हेतु छोड़ देते हैं। तब एक रबर जैसा नरम पदार्थ बनकर तैयार हो जाता है। जिसे इंडस्ट्रियल मिक्सर नामक मशीन पर ले जाकर रोलर में को निकलते हैं, जहां रबर एक प्यूरेस्ट फॉम में आकर सीट के रूप में तैयार हो जाता है।

इन सीट को डंबल के साइज के अनुसार छोटे पीस में काट लेते हैं। इसी के साथ बैंड-शॉ मशीन की सहायता से लोहे की 3 इंच व्यास वाली लंबी रॉड में से करीब 2 इंच मोटे-मोटे चंदों को काट लिया जाता है। इस प्राप्त गोल चंदे में बीचों-बीच एक छेद ड्रिल किया जाता है, क्योंकि ठोस लोहे में छेद करना है, इसलिए मशीन चलते समय उस पर एक ऑयल डालते रहते हैं, जिससे लोहा काटने या छेद होने में आसानी रहें।

ड्रिल हो जाने के बाद लगभग 12 इंच लंबी रॉड के दोनों किनारों पर उन लोहे के राउंडेड चंदों को घुसा पर वैल्ड कर देते हैं। इस प्रकार डंबल बनता है। डम्बल को और अधिक सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए इन पर रबड़ की उन कटी हुई सीटों को चढ़ते हैं। डम्बल और रबड़ का बराबर वजन करने के बाद, इन्हें हाइड्रोलिक मोल्ड करने वाली मशीन के अंदर रखते हैं, जो रबर को गर्म करके 20 से 25 मिनट में लोहे के डम्बल पर सुंदर शेप में कोटिंग कर देती है। डम्बल प्रॉपर वेट और फिनिशिंग के साथ प्राप्त होता है। प्लेट के बीच में हॉल पर बुश बैंडिंग मशीन द्वारा बुश लगाए जाते हैं। इसके उपरांत डम्बल की पॉलिसिंग, स्टीकर तथा पैकिंग-पॉलीथिन लगा कर पैक कर देते हैं।

इनके अलावा इस मेगा फैक्ट्री में इसी प्रकार रबर प्लेट्स, ट्रायंगल, थ्रीकट, बंपर प्लेट्स अलग-अलग आकर्षक डिजाइन तथा रंगों में बनती हैं। तो दोस्तों आपने देखा किस प्रकार एक छोटी सी मेगा फैक्ट्री में बहुत सी मशीनों द्वारा यह शानदार कार्य किया जा रहा है, जिसकी सप्लाई देश-विदेश में दूर-दूर तक होती है यदि कोई भाई इनसे संपर्क करना चाहे तो इनका मोबाइल नंबर 9456019209 है।

ऐसे ही भारत में घटित होने वाले अद्भुत तथा रोचक तथ्यों की संपूर्ण जानकारी हेतु जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥
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