लाख से बना डाले सैकड़ों हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट

20 May 2024 | Handicraft
लाख से बना डाले सैकड़ों हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट

अभी भी मौजूद है ऐसे कलाकार जो राजा-महाराजाओं के समय की अद्भुत कलाओं को संजोये हुए हैं। प्राचीन परंपरा का अनुसरण करते हुए हाथों से बना रहे हैं शानदार चूड़ियां,कड़े, नेकलेस तथा और भी बहुत सारे आभूषण। उनके हाथों में है एक अनोखी कला जिससे ये मात्र दो या तीन रंगों से ही हजारों तरह के डिजाइन और रंग-बिरंगे क्राफ्ट तैयार कर देते हैं। कैसे होता है यह जादूई काम आये जानते हैं रहमान भाई से, जिनकी कई पीढ़ियां लगातार इस कार्य को करती आ रही है।


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लाख से चूड़ियां तथा कंगन बनाने की विधि:

लाख एक प्रकार का प्राकृतिक राल है जो प्लास, कुसुम तथा बेर के पेड़ों पर बैठने वाले एक कीड़े से प्राप्त होता है। यह कीड़े शाखों से रस चूस कर भोजन प्राप्त करते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए राल का स्त्राव पर कवच बना लेते हैं, यही लाख है। जिसे टहनियों से खुरच कर लाया जाता है। 


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लाख से सिर्फ चूड़ियां कंगन ही नहीं बल्कि सैकड़ो तरह के हैंडीक्राफ्ट आइटम बनते हैं। लाख का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले इसे गरम करके पिघलकर; एक प्रकार का रोल बना लेते हैं। इस रोल को हल्का गर्म करते हैं ताकि यह नरम हो जाए और फिर इस में कई तरह के अलग-अलग रंग लगा लेते हैं। इसके बाद बेलन को लाख की रंगीन पट्टी पर गोल-गोल घूमाते है और रंगों के लहरेदार रेशे निकाल कर कमाल का डिजाइन बना देते हैं। फिर आवश्यक साइज में लंबवत पट्टी काट लेते हैं और उनके दोनों किनारों को मिलाकर गर्म करके जोड़ लगा देते हैं। इसके बाद उसे बेलन के अंदर पिराकर गोल-गोल घूमते हैं तो वह कंगन का सुंदर आकर ले लेता है। जो थोड़ी देर में सुख कर कड़क और चमकदार हो जाता है। इस प्रकार लाख को बार-बार गर्म करके अलग-अलग प्रकार के डिजाइन और शेप देकर कंगन-चूड़ियां इत्यादि बना देते हैं। इस कमाल के कार्य में हाथों की कला का मुख्य रोल है, वह अपने इस कार्य में इतने निपुण है की हाथों को अद्भुत ढंग से घूमा कर लाख को अलग-अलग कर्व्ड या जिगजैक आदि आकार में ढाल देते हैं।


गुंथी हुई चोटीनुमा खूबसूरत कंगन:

 इसी प्रकार अन्य डिजाइन का क्राफ्ट बनाने के लिए लाख के रोल को रगड़-रगड़ कर लंबी तीन बराबर लड़ी को काट लेते हैं। उन तीनों लड़ियों को आपस में चोटी नुमा डिजाइन में गूंथ लेते हैं तथा फिर उनके किनारों को आपस में जोड़ कर उन्हें गोल बेलन में पीरा देते हैं, तब उसे थोड़ा गोल-गोल घुमा कर अद्भुत डिजाइन का कंगन बन जाता हैं। इसी प्रक्रिया से इन्होंने अनेकों तरह के कंगन तथा आभूषण बना रखे हैं, जिन पर हवा महल इत्यादि कलाकृतियां भी बड़े शानदार तरीके से बनाई हुई है। इसी प्रकार अन्य शानदार जानकारी के लिए जुड़े रहे द अमेजिंग भारतके साथ। धन्यवाद॥



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