सन् 1900 दशक के एंटीक रेडियो-रिकॉर्डर का कलेक्शन

03 Aug 2024 | others
सन् 1900 दशक के एंटीक रेडियो-रिकॉर्डर का कलेक्शन

एक इंजीनियर भाई ने किया कमाल, करते हैं ऐसा एंटीक कलेक्शन जहां आपको मिलेंगे दुनिया के गजब के प्रोडक्टस। लगभग 50 से 60 साल पुरानी रेडियो हारमोनियम और दुनिया की सबसे बड़ी डीवीडी। यदि आप भी हैं संगीत प्रेमी और रखते हैं पुराने एंटीक आइटम्स में रुचि तो, आज की जानकारी आपके लिए बहुत ही खास होने वाली है। आये जानते हैं गुरप्रीत सिंह ग्रेवाल जी से एक-एक करके इन सभी आइटम्स का इतिहास-

60 साल पुराना थ्री इन वन टीवी:

 एक ऐसा कमाल का टीवी जो करीब 50-60 साल पुराना है और अभी भी चालू है। इसमें रेडियो-एफएम, टीवी और सीडी प्लेयर तीनों का प्रयोग कर सकते हैं। एक जमाने में यह टीवी चर्चा का विषय हुआ करता था। 


सन् 1900 दशक के एंटीक रेडियो-रिकॉर्डर का कलेक्शन_9925


सबसे बड़ी डीवीडी: 

दोस्तों आपने सीडी राइटर में प्रयोग होने वाली सीडी और डीवीडी तो देखी होगी लेकिन उससे भी तीन गुना आकार की एलडी (लेजर डिस्क) शायद ही देखी हो। इनको चलाने के लिए इन्हीं के आकार का एलडी प्लेयर आता था। जिनके माध्यम से उस समय फिल्म इत्यादि स्टोर करके देखी जाती थी।


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मोहम्मद रफी साहब वाला रेडियो और रिकॉर्डर: 

बड़े गोल आकार में एक ऐसा एंटीक यूनिक-सा दिखने वाला रेडियो, जो तीन स्पीड 33, 45 और 78 में होता था। इसके अलावा इसी में  टेप रिकॉर्डर का संचालन भी होता है। यह रेअर प्रोडक्ट मेड इन जापान है।


रिकॉर्डर,कैसेट-प्लेयर और रेडियो:

बड़ा ही बेहतरीन प्रोडक्ट जिसमें बीच में एल डी रखते हैं और स्वीप करके एक सूई लाकर उस पर छोड़ने से कैसेट चलने लगती थी। यह प्रोडक्ट अभी भी चलता है। इसमें विभिन्न प्रकार के सिलेक्टर बटन भी होते है।


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अटैची सूटकेस वाला रिकॉर्ड प्लेयर एंड रेडियो:

सूटकेस के आकार में अटैची की तरह बंद हो जाने वाला, यह जापान द्वारा निर्मित सैन्यों कंपनी का म्यूजिक प्लेयर बड़ा ही बेहतरीन सा है। इसमें ऊपर दो बड़े स्पीकर तथा एक पार्ट में रिकॉर्ड प्लेयर तथा दूसरे में रेडियो मौजूद है। आवश्यकता अनुसार 50 साल पहले कोई-सा भी ऑपरेट कर आनंद लेते थे।


विंटेज माइक:

बड़ा ही हैवी और अद्भुत-सा मेटल का माइक, जिसमें पीछे एक लीड अटैच करने से चला था। इसी के साथ एक 60 साल पुराना फिलिप्स का हैंगिंग माइक भी है, जिसे रामलीला इत्यादि नुक्कड़ नाटक में प्रयोग करते थे। इस माइक को ऊपर से लटका देते थे और यह दूर से ही आवाज कैच करता था।


ट्यूब वाला रेडियो: 

एक ऐसा रेडियो जो ऑन करने के 5-10 मिनट बाद चलता था। इसमें एक ट्यूब होती थी जो रेडियो चालू होने के 10 मिनट बाद तक गर्म होकर चलती थी। यह करीब 70 साल पुराना है।

इसी प्रकार खूबसूरत सा दिखने वाला पैनासोनिक कंपनी का रेडियो भी मौजूद है, जिसमें तीन डिस्प्ले तथा विभिन्न प्रकार के कंट्रोल करने हेतु बटन होते थे।


डिजिटल टेन-टेबल:

यह एक प्रकार का कैसेट प्लेयर है, जिसमें सीडी लगाकर ऑडियो म्यूजिक चलाता था तथा ऊपर लगे एक गोल चक्र को स्वीप करके तथा पिच को घाटा-बढ़कर म्यूजिक को इफेक्टिव किया जाता था। 

इस शानदार से एंटीक म्यूजिक ऑपरेटिंग इंस्ट्रूमेंट की शुरुआत इनके पिता इंद्रजीत सिंह ग्रेवाल जी ने की थी, जिसे अब उनके बेटे संभाल रहे हैं। इनका यह स्टोर संतगढ़, तिलक नगर, दिल्ली में है। यदि कोई भाई से संपर्क करना चाहे तो मोबाइल नंबर 9811204032 है। दोस्तों कैसी लगी आपको ये जानकारी नीचे कमेंट करके अवश्य बताएं तथा ऐसे ही अन्य तथ्यों के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ।



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