सर्दियों में जरूर खाएं ये सब्जी-फूलगोभी


पोषक तत्वों से भरपूर- फूलगोभी कैलोरी में बहुत कम और विटामिन से भरपूर होती है. इसमें हर वो मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं जिसकी शरीर को जरूरत होती है. एक कप फूलगोभी में 77 फीसदी विटामिन C,20 फीसदी विटामिन K, 14 फीसदी फोलेट, 9 फीसदी पोटेशियम और 8 फीसदी मैंगनीज पाया जाता है. इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर शरीर को हर तरह से स्वस्थ रखने के लिए सारे पोषक तत्व जरूरी हैं.
गंभीर बीमारियों का खतरा कम- फूलगोभी एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, जो कोशिकाओं को हानिकारक फ्री रेडिकल्स और सूजन से बचाता है. फूलगोभी (Cauliflower) में ग्लूकोसिनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स होते हैं. ये दोनों एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती हैं. कई स्टडीज में इस बात की जानकारी मिली है कि ग्लूकोसिनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स कोलन,फेफड़े, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर में काफी असर दिखाते हैं. फूलगोभी में कैरोटीनॉयड और फ्लेवोनॉइड एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो दिल सहित और भी कई गंभीर बीमारियों को होने से बचाते हैं.
कब्ज दूर करती है- फूलगोभी में फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है. ये शरीर में हेल्दी बैक्टीरिया बढ़ाता है, इंफ्लेमेशन को कम करता है और पाचन को बढ़ाता है. फाइबर की पर्याप्त मात्रा कब्ज, डायवर्टीकुलिटिस और आंत में सूजन की समस्या को दूर करता है. स्टडीज के अनुसार फूलगोभी जैसी फाइबर युक्त सब्जियां खाने से शरीर बीमारियों से दूर रहता है.
इम्यूनिटी बढ़ाती है- फूलगोभी में विटामिन c अच्छी मात्रा में पाया जाता है. विटामिन c शरीर में एक एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) की तरह ही काम करता है. इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं जिससे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है.
वजन घटाने में कारगर- वजन कम करने में भी फूलगोभी बहुत फायदेमंद है. इसमें कैलोरी बहुत कम मात्रा में होती है, इसलिए आप इसे भरपूर मात्रा में खा सकते हैं. फाइबर से भरपूर होने की वजह से इस खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती और आप ओवरइटिंग से बच जाते हैं. फूलगोभी में वॉटर कंटेंट ज्यादा होता है जो वेट लॉस में बहुत प्रभावी होता है.
नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाती है- फूलगोभी में कोलिन उच्च मात्रा में पाया जाता है. ये एक जरूरी पोषक तत्व है जिसकी कमी लोगों में आमतौर पर पाई जाती है. एक कप फूलगोभी में 45 मिलीग्राम कोलिन होता है. कोलिन कोशिका झिल्ली को मजबूत बनाता है और मस्तिष्क के विकास में मदद करता है. इसके अलावा ये हेल्दी नर्वस सिस्टम के लिए भी जरूरी होता है. ये अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों में भी कारगर है.
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