सूरजमुखी की खेती से मिलेगा तीन महीने में तीन गुना तक मुनाफा


सूरजमुखी भी इन्हीं फूलों में से एक है। सूरजमुखी के फूलों व बीजों में कई औषधीय गुण छिपे होते हैं। दिल को स्वस्थ रखने से लेकर यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव करता है।
सूरजमुखी एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है, बेहतर मुनाफा देने वाली इस फसल को नकदी फसल के नाम से जाना जाता है। सूरजमुखी की खेती देश में पहली बार 1969 में उत्तराखंड के पंतनगर में की गई थी। यह एक ऐसी तिलहनी फसल है, जिस पर प्रकाश का कोई असर नहीं पड़ता।
किसान भाई से इसे खरीफ, रबी और जायद तीनों सीजनों में उगा सकते हैं। इसके बीजों में 45 से 50 फीसदी बीज पाया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में अपनी उत्पादन क्षमता और अधिक मूल्य के कारण सूरजमुखी की खेती किसानों के बीच लोकप्रिय हो रही है।

तीनों मौसम की जाती है खेती:
सूरजमुखी सदाबहार है, जिसकी खेती रबी, खरीफ और जायद तीनों सीजनों में की जाती है। इसके बीज से तेल भी बनाया जाता है। इनका इस्तेमाल सुगंधित प्रोडक्ट्स को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
भूमि का चुनाव:
सूरजमुखी की फसल हर प्रकार की मिट्टी में उगाईजा सकती है। जहां पर पानी निकास का अच्छा प्रबंध हो। अम्लीय और क्षारीय जमीनों में इसकी खेती करने से बचना चाहिए।ज्यादा पानी सोखने वाली भारी जमीन इस के लिए ज्यादा अच्छी होती है। खेत में भरपूर नमी न होने पर पलेवा लगाकर जुताई करनी चाहिए। पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करने के बाद साधारण हल से 2-3 बार जुताई कर के खेत को भुरभुरा बना लेना चाहिए या रोटावेटर का इस्तेमाल करना चाहिए।
90-100 दिनों में फसल तैयार:
यह फसल 90 से 100 दिनों के बीच पककर तैयार हो जाती है। इसके बीजों में 40 से 50 फीसदी तेल पाया जाता है। बलुई और हल्की दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है। बता दें कि सूरमुखी के पौधे मधुमक्खियों के परागण की वजह से बेहद तेजी से विकास करते हैं। इसके लिए किसानों फसल के आसापास मधुमक्खी पालन की भी सलाह दी जाती है। ऐसा करने से किसान शहद उत्पादन के जरिए अतिरिक्त आमदनी भी हासिल कर सकते हैं।
सूरजमुखी के फायदे:
सूरजमुखी के फूलों व बीजों में कई औषधीय गुण छिपे होते हैं। दिल को स्वस्थ रखने से लेकर यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव करता है। इसके अलावा सूरजमुखी के तेल का सेवन करने से लीवर सही तरीके से काम करता है और ऑस्टियोपरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारी भी नहीं होती है, यह त्वचा को निखारने के साथ बालों को भी मजबूत बनाता है।
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