हज़ारों साल पुरानी पानी की टंकी

25 Jul 2024 | others
हज़ारों साल पुरानी पानी की टंकी

हजारों साल पुरानी कमाल की टेक्नोलॉजी, जिसे देखकर आज के इंजीनियरों के भी पसीने छूट जाते हैं। समुद्र तल से 1000 फीट ऊंची पहाड़ी पर बना रखें हैं 50 फीट नीचे खुदाई करके, जल संग्रह हेतु पानी के बड़े-बड़े टैंक। जो अपने आप में भूमिगत महल-से प्रतीत होता है। आये जानते हैं इस भारतीय स्वर्णिम इतिहास की विज्ञानात्मक धरोहर को।


पानी के टैंकों की संरचना: 

इन अंडरग्राउंड टैंक की लंबाई 158 फीट तथा चौड़ाई 138 फिट है। यह किले की समतल भूमि से 40 फीट नीचे खुदाई कर बनाए गए हैं, जिनमें कुल 81 पिलर है, जो 9 क्षैतिज तथा 9 उर्ध्वाधर वर्गाकार रूप में है। इन टैंकों की क्षमता 6 मिलियन गैलन पानी की है। टैंक के अंदर तीन गहरी सीढियों द्वारा प्रवेश किया जाता है। 1000 साल पहले, किला बनने से पूर्व राजस्थान में पानी की किल्लत को देखते हुए यह कार्य किया गया था। इसके अंदर बहुत ही ठंडक बनी रहती है। 


वॉटर फिल्ट्रेशन सिस्टम: 

इस टैंक के अंदर ही ऊपर की तरफ एक जाली लगी हुई है, जहां से पानी निकाला जाता था। इस हॉल में फिल्ट्रेशन सिस्टम फिट किया गया था, जिसमें फिटकरी, क्लोरीन आदि डालकर तथा पानी की पूजा कर जल को शुद्ध करते थे।


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1976 में यही हुई थी खुदाई: 

लगभग 50 साल पहले एक मुद्दा उठा की इस किले के जल ग्रह में राजपूत राजाओं का खजाना दबा है। इस बात की पुष्टि के लिए सन् 1976 में टैंक के अंदर खुदाई की गई परंतु वहां कुछ खास नहीं मिला।


किले का इतिहास: 

जयगढ़ किले का निर्माण सन् 1729 से 1732ई. के मध्य महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के द्वारा किया गया था। इस किले को सबसे मजबूत किला कहा जाता है, हालांकि किले को कभी किसी बड़े हमले का सामना नहीं करना पड़ा। इस किला में विश्व की सबसे बड़ी तोप रखी हुई है। कहा जाता है कि युद्ध के समय विरोधी पक्ष इस से डरकर ही युद्ध मैदान छोड़कर भाग जाया करते थे।


1 अप्रैल 2024 से पूर्व किले के इस टैंक में आने की अनुमति नहीं थी; परंतु अब इस पर ₹500 का एक टिकट लगाकर प्रवेश की अनुमति दे दी है, क्योंकि इसमें बहुत ही वैज्ञानिक और इंप्रेसिव देखने योग्य चीजें हैं। इस टिकट के माध्यम से इस टैंक सहित किले के और भी बहुत सारे स्थलों को दिखाते हैं, जिनमें अद्भुत बाथरूम, रानियां के रहने का स्थल, गार्डन, डाइनिंग हॉल,पोपेट थिएटर आदि है। जिनको देखने में दो से तीन घंटे का समय कम से कम लग जाता है। 

दोस्तों यह थी अद्भुत अपनी संस्कृति-विरासत से जुड़ी हजारों साल पुरानी टेक्नोलॉजी, भरी इमारत जो आज भी अपना अस्तित्व बनाए हुए, जिन्हें देखकर बड़ी ही गौरवान्वित कर देने वाली रॉयल फीलिंग आती है। आपको कैसी लगी यह जानकारी कमेंट करके अवश्य बताएं तथा अन्य रोचकता से भरे तथ्य जानने के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद।



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