कोलकाता में रहने वाले देवांशी साधन बॉस एक अनोखे कार कलेक्टर हैं। इनके पास जो भी गाड़ियां हैं, वे कोई साधारण कार नहीं, बल्कि विंटेज और क्लासिक कारें हैं। इनके माता-पिता के जमाने की पुरानी गाड़ियां, जो अब बहुत दुर्लभ हो चुकी हैं, उन्होंने स्क्रैप से लेकर रिस्टोर की हैं। ये गाड़ियां न सिर्फ इतिहास का हिस्सा हैं, बल्कि इनका हर मॉडल अपनी एक अलग कहानी कहता है।
"ओवन" – एशिया में सिर्फ एक और इनके पास
देवांशी जी के पास एक बहुत खास कार है, जिसे वे "ओवन" कहते हैं। यह कार इतनी अनोखी है कि पूरी दुनिये में बस एक एशिया में है और एक इनके पास ऐसी गाड़ी मौजूद है। यह कार उस दौर की बहुत एक्सक्लूसिव हुआ करती थी। इसका 600cc इंजन बेहद पावरफुल था, जो 8-सिलेंडर वाली कारों से भी अधिक ताकतवर था। इसके इंटीरियर में खास मीटर और स्टियरिंग के साथ हॉर्न भी लगा हुआ है, जो इसे और खास बनाता है।
Jaguar SS1 – रेसिंग और रैली की जान
इनके कलेक्शन में रेड कलर की Jaguar SS1 भी शामिल है, जिसे आज के दौर में jaguar.com के मॉडर्न मॉडल से तुलना की जा सकती है। यह कार उस जमाने की रेसिंग और रैली में सबसे आगे हुआ करती थी। इसकी एक खासियत थी कि इसमें डबल विंडशील्ड होता था
- अगर आपको शहर में कार चलानी हो तो आगे वाला शीशा रख सकते हैं।
- अगर रेसिंग करनी हो तो इसे हटाकर साइड में एडजस्ट किया जा सकता है।
- इसमें RPM मीटर, मैप रीडिंग लाइट और हाथ से एक्सीलेटर एडजस्ट करने की सुविधा भी दी गई थी। यह कार 4-सीटर है और इसमें ऊपर एक कवर भी दिया गया है। अगर बारिश हो तो इसे ढक सकते हैं, और अगर खुली हवा में ड्राइविंग करनी हो तो इसे हटा सकते हैं। इसकी टॉप स्पीड 120 माइल्स प्रति घंटे थी, जो उस दौर में बहुत ही तेज़ मानी जाती थी

1917 Ford Model T – फोर्ड की सबसे खास कार
देवांशी जी के पास 1917 का फोर्ड मॉडल टी भी है, जो फेमस हेनरी फोर्ड है जिन्होंने फोर्ड कंपनी बनई है उसका बहुत मशहूर डायलॉग था –
"It can be any color as long as it is black",
यानी "यह किसी भी रंग की हो सकती है, जब तक कि वह काले रंग की हो"। इसी वजह से उन्होंने इस कार को ब्लैक कलर में ही रखा है।
इस कार का बोनट ऊँचा है और इसमें दो शीशे दिए गए हैं, जिनके बीच में गैप होता है, ताकि हवा अंदर आती रहे। इस गाड़ी के आगे स्पेशल बैज भी लगाए गए हैं, जो इसकी ऐतिहासिक पहचान को दर्शाते हैं।
गाड़ियों का रिस्टोरेशन – स्क्रैप से शानदार तक
देवांशी साधन बॉस के पास हर कार की पुरानी और नई तस्वीरें मौजूद हैं। इन तस्वीरों से यह साफ दिखता है कि ये गाड़ियां किस हालत में मिली थीं और उन्होंने कितनी मेहनत से इन्हें रिस्टोर किया। इनके पास अमेरिका के कार क्लब का बैज, भारत के सबसे पुराने विंटेज कार क्लब का बैज ऑफ ऑनर, और कोलकाता के क्लासिक ड्राइवर्स क्लब का बैज भी है।
निष्कर्ष
देवांशी साधन बॉस की यह कार कलेक्शन सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि इतिहास को सहेजने का जुनून है। उन्होंने स्क्रैप में पड़ी गाड़ियों को नया जीवन दिया और उन्हें उनकी पहचान में वापस लाने का अद्भुत काम किया। उनकी यह विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा है कि पुरानी चीजों को नया रूप देकर उन्हें अमूल्य बनाया जा सकता है।
Video link - (CLICK HERE)
Comments in this topic: