700 साल पुराना घी

22 Mar 2025 | History
700 साल पुराना घी

भारत में कई चमत्कारी मंदिर हैं, लेकिन गुजरात के खेड़ा जिले के राठो गांव में स्थित यह मंदिर अपनी अनोखी परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। यहां 700 वर्षों से अखंड ज्योत जल रही है, और इसे जलाने के लिए खास घी का उपयोग किया जाता है, जो कभी खराब नहीं होता। आमतौर पर, घर में रखा घी 5-6 महीने में खराब हो जाता है, लेकिन इस मंदिर में जामा घी 700 साल से बिल्कुल शुद्ध बना हुआ है। यह बात वैज्ञानिकों और श्रद्धालुओं के लिए आश्चर्य का विषय बनी हुई है। इस मंदिर की परंपरा और इसकी देखभाल पुजारी धर्मेंद्र गोस्वामी करते हैं। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से इस ज्योत की सेवा कर रहा है। 

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घी के जामा करने की अनोखी विधि

मंदिर में 1500 बड़े मटकों में घी जामा किया गया है। हर मटके में 50-60 किलो घी भरा जाता है। इस घी का उपयोग सिर्फ अखाड़ ज्योत और गांव के 2-3 अन्य मंदिरों के लिए किया जाता है।

घी को रखने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मटकों की उम्र 60-70 साल होती है। जब कोई मटका पुराना हो जाता है, तो उसमें रखा घी नए मटके में डाल दिया जाता है और पुराने मटके को त्याग दिया जाता है। इस प्रकार, घी हमेशा सुरक्षित और शुद्ध बना रहता है।

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अखाड़ ज्योत की अनोखी परंपरा

यह ज्योत 24 घंटे, साल के 365 दिन जलती रहती है। मंदिर में एक विशेष विधि से मटकों में रखी लकड़ी की सलाइयों के जरिए घी को यज्ञ में डाला जाता है। हर दिन 80 किलो घी इस यज्ञ में उपयोग किया जाता है।

सावन के महीने में, दो विशेष पुजारी इस यज्ञ को पूरे विधि-विधान से करते हैं। इस दौरान, वे लगातार "ॐ नमः शिवाय" का जाप करते रहते हैं। यह प्रक्रिया श्रद्धालुओं के लिए बहुत पवित्र मानी जाती है। 


यज्ञ की भस्म का रहस्य

यज्ञ में जब घी डाला जाता है तो स्वाभाविक रूप से भस्म बनती है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इसभस्म को कभी बाहर निकालना नहीं पड़ता। यह अपने आप यज्ञ में समा जाती है। यह प्रक्रिया वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी एक शोध का विषय बनी हुई है।

घी का उपयोग सिर्फ धार्मिक कार्यों के लिए

मंदिर प्रशासन के नियमों के अनुसार, इस घी को केवल अखाड़ ज्योत और गांव के कुछ अन्य मंदिरों में ही इस्तेमाल किया जाता है। इसका कोई व्यावसायिक उपयोग नहीं किया जाता और न ही इसे बेचने की अनुमति है।

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आस्था, परंपरा और वैज्ञानिक शोध का केंद्र

राठो गांव का यह मंदिर श्रद्धा, परंपरा और रहस्य का संगम है। यहां 700 सालों से जल रही यह अखंड ज्योत भारत की धार्मिक धरोहर का एक अद्भुत उदाहरण है।

लोग दूर-दूर से इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं और इस अनोखी परंपरा और रहस्य को देखकर हैरान रह जाते हैं। यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र और वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय बना हुआ है।

यह मंदिर यह भी दर्शाता है कि भारत की प्राचीन परंपराएं कितनी गहरी और रहस्यमयी हो सकती हैं। यह स्थान उन सभी के लिए प्रेरणा का  उदाहरण है, जो धर्म, परंपरा और आध्यात्मिकता में विश्वास रखते हैं।

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