एक अनोखा तरीका खाने को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का


आज की तेज़-रफ़्तार ज़िंदगी में खाने को लंबे समय तक सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती है। इसी समस्या का हल निकालते हुए "सागर पटेल नुट्रिक फूड कंपनी जो आनंद, गुजरात में है उन्होंने एक अनोखी तकनीक अपनाई है जिसे फ्रीज-ड्राइंग कहा जाता है। इस प्रक्रिया में भोजन को पहले जमाया (फ्रीज) जाता है और फिर उसमें से पानी को धीरे-धीरे हटा दिया जाता है, जिससे वह महीनों तक सुरक्षित रह सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह तकनीक कैसे काम करती है।

फ्रीज-ड्राइंग की प्रक्रिया
1. सामग्री की तैयारी
सबसे पहले, दाल या किसी अन्य खाने को बनाने के लिए आवश्यक सामग्री जुटाई जाती है। जैसे अगर दाल बनाई जा रही है तो इसमें प्याज, लहसुन, मसाले और अन्य जरूरी चीजें ली जाती हैं। प्याज और लहसुन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है ताकि पकाने में आसानी हो।
2. दाल को पकाना और ठंडा करना
इसके बाद दाल को सही तापमान पर अच्छी तरह पकाया जाता है। पकने के बाद इसे कमरे के तापमान पर ठंडा किया जाता है ताकि यह फ्रीजिंग प्रक्रिया के लिए तैयार हो सके।
3. ट्रे में फैलाना और फ्रीज करना
अब इस दाल को फैक्ट्री में लाकर बड़े-बड़े ट्रे में फैला दिया जाता है। प्रत्येक ट्रे में लगभग 2 किलोग्राम दाल डाली जाती है। ये ट्रे फिर एक फ्रीजिंग चेंबर में भेजी जाती हैं, जहां इनका तापमान - 45 डिग्री सेल्सियस तक लाया जाता है। इस प्रक्रिया में दाल जमकर एक ठोस (सॉलिड) रूप ले लेती है।
4. वैक्यूम चैम्बर में सुखाना (डिहाइड्रेशन प्रक्रिया)
जब दाल पूरी तरह जम जाती है, तो उसे वैक्यूम चैम्बर में रख दिया जाता है। यहां वातावरण का दबाव 1 बार से 1 मिलीबार तक कम कर दिया जाता है, जिससे सारी हवा और नमी निकल जाती है। इस दौरान मशीन धीरे-धीरे गर्मी देती है, जिससे दाल का जमी हुई नमी सीधे भाप बनकर उड़ जाती है और भोजन पूरी तरह सूख जाता है। यह प्रक्रिया 8 से 12 घंटे तक चलती है।
5. फाइनल टेस्टिंग और पैकिंग
जब दाल पूरी तरह सूख जाती है, तो उसकी नमी मात्र 1% से भी कम रह जाती है। अब यह एक कड़क और हल्की दिखती है। इसके बाद इसे तीन परतों वाले एल्युमिनियम पैकेट में पैक किया जाता है जिससे बाहर की नमी अंदर न आ सके। पैकेट में एक ऑक्सीजन एब्जॉर्बर भी डाला जाता है, जो अंदर बची हुई ऑक्सीजन को खींच लेता है ताकि खाना लंबे समय तक खराब न हो।

फ्रीज-ड्राईड फूड का उपयोग और फायदे
कैसे इस्तेमाल करें?
- पैकेट खोलें और दाल को किसी जार में निकाल लें।
- इसमें गर्म पानी डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- कुछ मिनट तक इसे छोड़ दें ताकि दाल वापस नरम हो जाए।
- गरमागरम दाल तैयार है, इसे पराठे, चावल या रोटी के साथ खाया जा सकता है
इस तकनीक के फायदे
लंबे समय तक सुरक्षित – यह खाना 6 महीने तक बिना खराब हुए रह सकता है।
पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं – फ्रीज-ड्राइंग की प्रक्रिया में विटामिन, मिनरल और स्वाद ज्यों के त्यों बने रहते हैं।
हल्का और पोर्टेबल – यह भोजन हल्का होता है, जिससे इसे यात्रा या आपातकालीन परिस्थितियों में आसानी से ले जाया जा सकता है।
बिना फ्रिज के स्टोरेज – इसे कमरे के तापमान पर बिना फ्रिज में रखे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

निष्कर्ष
फ्रीज-ड्राइंग तकनीक भविष्य का भोजन तैयार करने का एक शानदार तरीका है। यह प्रक्रिया खाने को स्वस्थ, स्वादिष्ट और लंबे समय तक सुरक्षित रखती है। यह तकनीक सिर्फ दाल तक सीमित नहीं है, बल्कि चावल, सब्जियां, सूप और अन्य भोजन को भी इसी तरह फ्रीज-ड्राई किया जा सकता है।अगर आप भी अपनी यात्रा, कैंपिंग, आपातकालीन परिस्थितियों या रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए ऐसा भोजन चाहते हैं, तो फ्रीज-ड्राईड फूड एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
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