AAC ब्लॉक्स: हल्के और मजबूत ईंटों का निर्माण


AAC ऑटोक्लेव्ड एरेटेड कंक्रीट ब्लॉक्स आज के जमाने में बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। ये साधारण ईंटों से हल्के होते हैं लेकिन फिर भी बहुत मजबूत होते हैं। इनका इस्तेमाल घर ऑफिस और बड़ी इमारतें बनाने में किया जाता है। राहिल जी की फैक्ट्री में ये ब्लॉक्स खास तकनीक से तैयार किए जाते हैं।

AAC ब्लॉक्स कैसे बनते हैं
कच्चे माल की तैयारी
AAC ब्लॉक्स बनाने के लिए फ्लाई ऐश सीमेंट और चूना जैसी चीज़ें इस्तेमाल होती हैं। फ्लाई ऐश को कन्वेयर बेल्ट से ऊपर ले जाकर एक टैंक में डाला जाता है। फिर इसमें पानी मिलाकर एक घोल बनाया जाता है।
मिक्सिंग और प्रोसेसिंग
तैयार घोल को एक टैंक से दूसरे टैंक में डाला जाता है जहाँ इसे अच्छी तरह मिलाया जाता है। फिर इसे एक खास मशीन में भेजा जाता है जहाँ इसकी और प्रोसेसिंग होती है।
गर्म करना और सख्त बनाना
इस घोल को एक बड़े कंटेनर में डालकर हीटिंग पाइप्स से गर्म किया जाता है। इससे यह धीरे-धीरे सख्त होने लगता है। इसके बाद इसे बाहर निकालकर जांचा जाता है कि यह ठीक से सख्त हुआ या नहीं।

कटाई की प्रक्रिया
अब इस सख्त ब्लॉक को क्रेन से उठाया जाता है और इसे काटने की मशीन में डाला जाता है। पहले इसे क्षैतिज horizontal रूप से काटा जाता है और फिर लंबवत vertical कटिंग की जाती है जिससे सही आकार के ब्लॉक्स बनते हैं।

अंतिम चरण और मजबूत बनाना
कटाई के बाद ब्लॉक्स को साफ किया जाता है और उन पर स्टैंप लगाया जाता है। फिर इन्हें बहुत ज्यादा दबाव और भाप के साथ पकाया जाता है जिससे ये और मजबूत हो जाते हैं। इसके बाद इन्हें अलग-अलग साइज में पैक कर दिया जाता है।

निष्कर्ष
AAC ब्लॉक्स साधारण ईंटों से हल्के और मजबूत होते हैं। ये पानी में भीगते नहीं और ठंडा-गर्म मौसम झेलने में भी अच्छे होते हैं। इसलिए ये आज के समय में घर और इमारतें बनाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन चुके हैं।
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