दुनिया की सबसे लंबी मिर्च से बने मिक्चर मसाले का कमाल


बहुत सारे मसालों को एक साथ पीसकर तथा उनके साथ विशेष क्रियाएं कर बनाते हैं एक अनोखा लाजवाब मसाला। इस मसाले की खासियत, कि इसे एक बार बनाने के बाद सालों तक किसी भी प्रकार की सब्जी या व्यंजन में प्रयोग करते हैं और यह खराब भी नहीं होता। इसको बनाने में प्रयोग होते है उच्च वैरायटी के मसाले, इसमें प्रयुक्त मिर्च भी करीब एक फीट लंबी है। आये जानते हैं अमेरिका तक प्रसिद्ध मिक्चर मसाला बनाने की प्राचीन विधि।

मिक्चर मसाले में प्रयुक्त अन्य मसालें:
इस मसाले को बनाने में दुनिया की सबसे लंबी मिर्च का प्रयोग किया गया है, जो 13 इंच लंबी है। जिसका नाम संकेश्वर नेपानी मिर्च है, जो महाराष्ट्र के बेलगांव में मिलती है।
दरअसल मिक्सर मसाला बनाने के लिए 30 से 35 प्रकार के मसाले प्रयोग होते हैं। इनमें प्रमुख रूप से लवंगी,बेडगी व कश्मीरी मिर्च तथा गरम मसालों में लवंग, दालचीनी, बड़ी इलायची, हरी इलायची, जावेद, लाल फूल, चकरी फूल, दगड़ी फूल, नागकेसर, त्रिफला, शाही जीरा, खसखस, काली मिर्च, हल्दी, हींग आदि मसालें है। सबसे पहले एक बड़ी-सी कढ़ाई में सूरजमुखी के तेल को पकाते हैं, फिर उसमें हल्दी एवं हींग को अच्छे से भूनते हैं तथा फिर उसमें उपरोक्त सभी गर्म मसाले डाल देते हैं, गरम मसालों को थोड़ी देर भूनने के बाद उसमें सबूत लाल मिर्च भी मिला देते हैं। अब लास्ट में खसखस और शाही जीरा डालकर इन सभी सबूत मसालों को पलटे से चलते हैं। यह सब चीजें भूनने के बाद, इनके कलर का टेक्सचर चेंज होता है तथा नया फ्लेवर जनरेट होता है।
मसालों की पिसाई:
उपरोक्त भुने हुए मसालों को एक स्वचालित मशीन में डालते हैं, जिसमें इन सभी मसालों की कुटाई द्वारा पिसाई होती है। दरअसल मशीन में मोटे-मोटे लकड़ी के लट्ठे लगे हैं, जो ऊपर-नीचे होकर मसाले पर दाब डालकर कुटाई करते हैं। यह मशीन 2 किलो मसाले को आधे घंटे कूटने पर पिसाई कर पाती है। इस पिसे मसाले को छलनी से छान कर अलग रख लेते हैं।
प्याज का पेस्ट:
अब प्याज को अच्छे से छीलकर तथा चार पार्ट में काटकर मशीन में डालते हैं और बारीक ग्राइंड कर लेते है। अब इसको कढ़ाई में डालकर पानी खत्म हो जाने तक पकाते हैं तथा फिर इसमें तेल डालकर पकाते हैं और पेस्ट बना लेते हैं।
मसाला बनाने की अंतिम प्रक्रिया:
अब इस छने हुए मसाले को मशीन में डालते हैं तथा साथ में लहसुन का फ्राइड पेस्ट, खोबरा, नमक तथा प्याज का पेस्ट डालकर मशीन चला देते हैं। कुछ देर में यह सभी चीज मिक्स होकर एक शुष्क पेस्ट के रूप में तैयार हो जाती है। अब तैयार इस मिक्चर मसाले को चीनी मिट्टी से बने बर्तन में स्टोर कर रख लेते हैं तथा किसी भी सब्जी में स्वादानुसार डालकर प्रयोग करते हैं। यह सालों तक चलता है।

इस प्रकार यह मसाला बनाने की प्राचीन विधि है, जिसे वर्तमान में आधुनिक मशीनों का प्रयोग कर बनाया जा रहा है। प्राचीन समय में इन सभी मसालों को ओखली में कूटकर बनाया जाता था। ऐसे ही इनकी कंपनी और भी कई प्रकार के मसालों का निर्माण करती है। यदि कोई भाई इनसे संपर्क करना चाहे तो इनकी वेबसाइट chavanbrotherslalbug.com विजिट कर सकते हैं। दोस्तों कैसी लगी आपको यह जानकारी कमेंट कर अवश्य बताएं तथा ऐसे ही रोचक तथ्यों के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥
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