इंजीनियर भाई की कमाल की मशीन – ऑटोमेटिक आरती मशीन


गाँव में एक किसान के भाई हितेश जी, जो इंजीनियर हैं, उन्होंने एक ऐसी मशीन बनाई है जो अपने आप आरती करती है और कमाल का संगीत निकालती है। इस मशीन को लोहे की पतली चादरों से बनाया जाता है और इसे ऑटोमेटिक तरीके से चलाया जाता है।आइए जानते हैं कि यह अनोखी मशीन कैसे बनाई जाती है और किस तरह काम करती है।

मशीन कैसे बनाई जाती है?
1. लोहे की कटिंग – सबसे पहले, लोहे की पतली चादरों को मशीन से काटा जाता है। जिस साइज की मशीन बनानी होती है, उसी हिसाब से एंगल तय किया जाता है और मैन्युअली ड्रिल मशीन से उसमें होल किए जाते हैं।
2. वेल्डिंग और फ्रेम तैयार करना – सभी कटे हुए हिस्सों को वेल्डिंग करके जोड़ा जाता है, जिससे मशीन का फ्रेम तैयार होता है।
3. पहिए और गियर लगाना – फ्रेम में पहिए जोड़े जाते हैं और फिर बड़े गियर के साथ छोटे गियर को फिट किया जाता है। दोनों गियर का मैकेनिज्म सेट करने के लिए साइड में पुल्ली लगाई जाती है।
4. मोटर और घंटी फिट करना – मशीन के नीचे मोटर लगाई जाती है और ऊपर घंटी लगाई जाती है।
5. ड्रम और डंडे जोड़ना – इस मशीन में डंडे फिट किए जाते हैं, जिससे ड्रम बजता है और आरती का संगीत निकलता है।
6. कलर और फिनिशिंग – पूरी मशीन को अच्छे से सेट करने के बाद, उसे कलर किया जाता है, जिससे यह सुंदर दिखे।

कैसे काम करती है ये मशीन?
यह मशीन पूरी तरह से ऑटोमेटिक है और इलेक्ट्रिक से चलती है। इसे चालू करने के लिए बस एक स्विच ऑन करना होता है और फिर यह अपने आप आरती करना शुरू कर देती है। हितेश जी ने एक छोटी आरती मशीन भी बनाई है, जो रेड कलर की स्टिकर से सजी होती है और इसमें घंटी भी लगी होती है। इसमें शंख जैसी मधुर आवाज निकलती है और आरती का संगीतमय माहौल बन जाता है।

इस मशीन के फायदे
- पूरी तरह ऑटोमेटिक – इसे हाथ से चलाने की जरूरत नहीं है।
- समय की बचत – एक बार स्विच ऑन करने पर यह खुद आरती कर सकती है।
- मंदिरों और घरों के लिए उपयोगी – बड़े और छोटे दोनों जगहों पर इस्तेमाल की जा सकती है।
- मधुर ध्वनि – शंख, ड्रम और घंटी की आवाज़ माहौल को भक्तिमय बना देती है।
- सस्ती और टिकाऊ – इसे कम लागत में बनाया जा सकता है और यह लंबे समय तक चलती है।

निष्कर्ष
हितेश जी का यह अनोखा आविष्कार धार्मिक कार्यों में बड़ी मदद कर रहा है। उनकी बनाई ऑटोमेटिक आरती मशीन से मंदिरों और घरों में आसान और भक्तिपूर्ण तरीके से आरती हो सकती है। इस मशीन को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं और यह धीरे-धीरे पूरे देश में प्रसिद्ध हो रही है। अगर आप भी अपने मंदिर या घर में यह मशीन लगवाना चाहते हैं, तो आप राजकोट में रहने वाले हितेश जी से संपर्क कर सकते है।
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