आज हम आपको मिलवाने जा रहे हैं झांसी की RS इंडस्ट्रीज से जहाँ तकनीक को नए और चौंकाने वाले तरीकों से इस्तेमाल किया जा रहा है। यहाँ बनाए जा रहे छोटे-छोटे इनोवेशन हमारे जीवन को सुरक्षित और आसान बना सकते हैं। आइए जानते हैं इनके कुछ खास प्रोजेक्ट्स के बारे में जो वाकई गजब के हैं।

1. हेलमेट-सेंसिंग डिवाइस - बिना हेलमेट के स्टार्ट नहीं होगी बाइक

अक्सर लोग हेलमेट पहनना भूल जाते हैं या जानबूझकर नहीं पहनते जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। RS इंडस्ट्री ने इसका तोड़ निकाल लिया है। इन्होंने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो आपकी बाइक में फिट किया जाता है और हेलमेट में एक रिसीवर डाला जाता है। अगर आपने हेलमेट नहीं पहना, तो बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी। जैसे ही हेलमेट पहनते हैं रिसीवर अलर्ट करता है और बाइक स्टार्ट होती है। ये डिवाइस बाइक के सेल्फ स्टार्ट सिस्टम को कंट्रोल करता है। इस तकनीक से न सिर्फ हेलमेट पहनना अनिवार्य हो जाएगा, बल्कि होने वाले हादसों में भी कमी आएगी।

2. ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम - नींद में भी अब गाड़ी नहीं चलेगी

लंबा सफर तय करते वक्त नींद आ जाना एक बड़ी समस्या है। इस परेशानी को हल करने के लिए RS इंडस्ट्री ने बनाया है स्मार्ट अलर्ट चश्मा। इसमें कई लेवल की सुरक्षा दी गई है जैसे ही ड्राइवर की आँखें 3 सेकंड के लिए बंद होती हैं एक अलार्म बजता है। अगर आँखें नहीं खुलीं तो 4 सेकंड में गाड़ी अपने आप रुक जाती है। अगर फिर भी ड्राइवर अलर्ट न हो तो 5 सेकंड में चश्मे से आँखों पर पानी गिरने लगता है। इस सिस्टम को समय के हिसाब से सेट किया जा सकता है और ये कई हादसों को रोक सकता है। ये तकनीक खासकर ट्रक और लॉन्ग ड्राइव करने वालों के लिए वरदान है।

3. सेंसर शूज़ - देख न पाए तो जूते बताएंगे रास्ता

दृष्टिहीन या कमजोर आँखों वालों के लिए एक और शानदार अविष्कार है – स्मार्ट सेंसर शूज़। इन जूतों में आगे की तरफ सेंसर लगे होते हैं जो रास्ते की जानकारी देते हैं। अगर सामने दीवार है या रास्ता खत्म हो रहा है, तो अलार्म बजने लगता है। टकराने से पहले चेतावनी मिल जाती है। ये जूते उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं जो ठीक से देख नहीं सकते। इस तरह के जूते दृष्टिहीन लोगों को स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता देते हैं।


RS इंडस्ट्रीज का विजन

RS इंडस्ट्रीज झांसी में ऐसी ही इनोवेटिव तकनीकों पर लगातार काम कर रही है। यहाँ के युवा इंजीनियर और टेक्नोलॉजिस्ट मिलकर ऐसे डिवाइस बना रहे हैं जो आम लोगों की ज़िंदगी को सुरक्षित, स्मार्ट और आसान बना सकते हैं। ये सब DIY (Do It Yourself) तकनीक से बनाए जाते हैं यानी कम लागत और घरेलू स्तर पर भी इनका निर्माण संभव है।

निष्कर्ष-

ये सभी इनोवेशन हमारे देश की टेक्नोलॉजी को नई दिशा देते हैं। RS इंडस्ट्रीज जैसे स्टार्टअप्स अगर इसी जोश से काम करते रहे तो आने वाले समय में भारत भी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दुनिया का लीडर बन सकता है। ऐसी सोच और इनोवेशन ही 'असली भारत' को 'अद्भुत भारत' बनाते हैं। अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हो तो इसे ज़रूर शेयर करें और ऐसे टेक्नोलॉजी के बारे में लोगों को बताएं जो सच में कुछ बदल सकते हैं।