नई-नई डिश बनाने की शानदार टेक्निक्स


तरह-तरह के व्यंजन बनाने की ऐसी शानदार तरकीबें, जिन्हें मार्केट में ठैला लगाकर बनायें तो खाने वालों की भीड़ जमा हो जाती है। यह लोग इसी प्रकार इतने शानदार और यूनिक तरीके से नयी-नयी डिशेज बना रहे हैं। कोई बेसन की सेव, प्याज के पकोड़े तो कोई आलू को अद्भुत ढंग से काटकर उसकी पकौड़ी बनाता है। किसी भी कार्य को थोड़े रोचक ढंग से किया जाए तो उसका प्रसिद्ध होना निश्चित हो जाता है। आये जानते हैं ऐसे ही कुछ शख्स के बारे में जो अपनी खाना बनाने की कला से फेमस होते जा रहे हैं। इनसे अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेकर सीखना चाहिए।
सेव उसल बनाने की हाईटेक तकनीक:
गुजरात में प्रसिद्ध राकेश पटेल जी की यह सेव उसल बनाने की हाईटेक तकनीक प्रसिद्ध होती जा रही है। इसमें यह सबसे पहले छना हुआ बेसन लेते हैं, जिसमें आवश्यकता अनुसार चीनी, नमक, तेल, सोडा, मिर्च, हरा-धनिया आदि ऐड कर अच्छे से मिलाकर पेस्ट तैयार कर लेते हैं। अब इसको एक शानदार मेकैनिज्म से विकसित मशीन में ऊपर से डालते हैं और नीचे समान आकार के गोल-गोल सेव उसल बन जाते हैं। जो 2 मिनट में फ्राइ होकर तैयार हो जाते हैं। अब इन्हें सर्व करने के लिए एक प्लेट में 100 ग्राम उसल और साथ में बेसन की चटनी, हरी मिर्च और रायता दिया जाता है। इस कांबिनेशन से यह डिश खाने में वाकई लाजवाब और एकदम लजीज लगती है।
प्याज के फूल का पकौड़ा:
प्याज के पकोड़े तो आप सभी ने खाए होंगे; परंतु यह एकदम अद्भुत ढंग से बनाए हुए हैं, जो देखने में ही शानदार और यूनिक लगते हैं। इसको बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े आकार की प्याज लेते हैं, जिसको एक विशेष मशीन में लगे ब्लेडों के माध्यम से ऊपर की तरफ प्रेस करते हैं। अब प्याज चारों तरफ से राउंड राउंड कट जाती है, जिससे उसका एक प्रकार का फूल-सा खिल जाता है।
अब इस प्याज में चम्मच से बेसन और ब्रेड के पाउडर का पेस्ट भरकर कढ़ाई में फ्राई करने के लिए छोड़ देते हैं। फ्राई होने के बाद इसके बीच में लगे प्याज के डंठल को एक गोल ब्लेड के द्वारा अलग कर दिया जाता है। तथा बीच में बने स्पेस में पैरी-पैरी म्यूनिस और क्रीम भर दी जाती है तथा साथ में इसके ऊपर विशेष प्रकार का मसला भी छिड़कते हैं। यह क्रंचेज डिश खाने में एकदम लाजवाब और स्वादिष्ट लगती है, जिसे एक बार खाने वाला बार-बार खाता है।
समोसा बनाने की हाईटेक फैक्ट्री:
समोसा बनाने की एक ऐसी शानदार फैक्ट्री जहां 100-200 नहीं, बल्कि कई हजार समोसे बनते हैं। सभी कार्य मशीनों द्वारा होता है। सबसे पहले एक मशीन द्वारा आलू को छीला जाता है, जिन्हें धोकर बॉयलर में डालते हैं, जहां आलू उबलते हैं तथा फिर एक मशीन अच्छे से मसाला आदि डालकर आलू मैश कर देती है। अब समोसा बनाने के लिए मैदा भी मशीन से आटा गूंथती है और मैदे की बनने वाली बारीक रोटियां भी मशीन ही बेलकर देती है, जिसमें आलू की चटपटी पीट्ठी भरकर हाथ से स्टफ किया जाता है और समोसे को बड़ी-सी कढ़ाई में तलने के लिए छोड़ देते हैं। एक बार में करीब 150 समोसे डाले जाते हैं जो कुछ ही मिनट में बढ़िया स्वादिष्ट समोसा बनाकर तैयार हो जाते हैं, जिसकी सप्लाई दूर-दूर तक है।
तो दोस्तों इसी प्रकार खाने के विभिन्न व्यंजनों को अलग हटकर बनाए और बेचा जाए तो निश्चित रूप से सफलता मिलती है। आप भी ऐसा करने का विचार अपने मन में ला सकते हैं। कैसी लगी आपको यह जानकारी कमेंट कर आवश्यक बताये तथा ऐसे ही रोचक किस्सों के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ।धन्यवाद॥
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