पीतल के बर्तनों पर कलाई करने की अद्भुत कला

14 Oct 2024 | Handicraft
पीतल के बर्तनों पर कलाई करने की अद्भुत कला

एक ऐसा पाउडर जिसको पीतल के बर्तन में डालते ही, उसे बेस-कीमती सोने जैसी धातु बना देता है। यह ऐसी कला इसे जितना घिसो उतना चमकता है और आज से नहीं बल्कि सदियों से हम हिंदुस्तानी इस विधि का इस्तेमाल करते है, जिसे पीतल के बर्तन पर कलाई करना कहते हैं। क्या है यह विधि तथा कैसे होती है कलाई, आये जानते हैं नफीस खान से जिनकी कई पीढ़ियां इस कार्य को करती आ रही है।

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कलाई करने की कला:

पुराने बर्तन को एकदम नया कर देने की यह कला वास्तव में लाजवाब है। इसके द्वारा पीतल के पुराने पड़ गए बर्तनों को एकदम चांदी जैसे चमका दिया जाता है। जिसके लिए सबसे पहले पीतल का बर्तन पतीला, कढ़ाई, लोटा आदि बर्तन लेते है। कलाई करने के लिए इन बर्तनों को सबसे पहले एक वात्य भट्टी में गर्म किया जाता है, जिसमें लगी चरखी को घूमने के माध्यम से हवा का प्रवाह आग पर पड़ता है और करीब 1 मिनट तक बर्तन के गर्म हो जाने के बाद उसे नौसादर अर्थात् अमोनियम क्लोराइड के द्वारा रगड़ा जाता है, इस केमिकल को जैसे ही बर्तन पर डालकर घिसते हैं तो बर्तन में से सफेद रंग का धुआं निकलता है तथा यह पीतल के बर्तन की गंदगी को काटता है तथा फिर कुछ ही देर में साफ कर उसे चमका देता है।

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जैसे-जैसे बर्तन को रगड़ते हैं वैसे-वैसे बर्तन चांदी जैसा निखरता चला जाता है तथा बाद में कलाई कर इसे साधारण ठंडे पानी में आधा मिनट के लिए डूबा देते हैं। बर्तन के अंदर से नौसादर द्वारा कलाई की जाती है एवं बाहर से उसे एक मशीन द्वारा घिसकर तथा पॉलिस का मसाला लगाकर पीतल के रूप में ही चमकाया जाता है, जो बाहर से एकदम सोने की तरह तथा अंदर से चांदी जैसा चमकता है।यह पीतल के बर्तनों के साथ जादूवाई कार्य 80 साल पुरानी दुकान में हो रहा है, जो उत्तर प्रदेश की पीतल नगरी कही जाने वाले मुरादाबाद जिले में स्थित है। 

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पीतल के बर्तनों में क्या पकाना चाहिए:

पीतल धातु भी ऊष्मा की अच्छी चालक मानी जाती है, इसलिए इसमें भी साधारण रूप से खाना जल्दी पक जाता है, पीतल में 70% तांबा तथा 30% जिंक होता है। इसके बर्तन तेज तापमान पर नमक और एसिड वाले फूड के साथ रिएक्ट करते हैं, टमाटर इमली या सिरका जैसी अम्लीय सामग्री इस धातु के साथ बहुत ही अभिक्रियाशील है। अतः पीतल में खाना पकाने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे खाने में धातु जैसा स्वाद और उसका रंग भी खराब हो सकता है। पीतल के बर्तनों में चावल, करी, मिठाई तथा तले हुए खाद्य पदार्थ आदि पका सकते हैं।‌ खाना पकाने के लिए सबसे उत्तम धातु स्टेनलेस स्टील के बर्तन ही माने जाते हैं।दोस्तों कैसी लगी आपको यह जानकारी कमेंट कर अवश्य बताएं तथा ऐसे ही रोचक तथ्यों के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥ जय हिंद॥



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