धन से बेहतरीन पोहा बनाने की कला

28 Apr 2025 | Food
धन से बेहतरीन पोहा बनाने की कला

भारत में जब हल्के और पौष्टिक नाश्ते की बात होती है तो पोहा का नाम सबसे पहले आता है। उज्जैन स्थित क्षिप्रा फूड्स इस पारंपरिक व्यंजन को आधुनिक तकनीक और गुणवत्ता के साथ तैयार कर रहा है यहाँ पर पोहा बनाने का हर चरण अत्यंत सावधानी और स्वच्छता के साथ किया जाता है, ताकि ग्राहकों तक सबसे बेहतरीन उत्पाद पहुंचे।

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प्रक्रिया की शुरुआत - धन की सफाई से

पोहा बनाने के लिए सबसे पहली आवश्यकता होती है उत्तम गुणवत्ता के चावल यानि धन की। क्षिप्रा फूड्स में आने के बाद सबसे पहले धन की अच्छी तरह सफाई की जाती है। सफाई के लिए उन्नत मशीनों का उपयोग होता है, जो धूल, मिट्टी और अन्य अशुद्धियों को पूरी तरह से हटा देती हैं।

एलिवेटर और सोकिंग प्रक्रिया

साफ किए गए धन को एलिवेटर की मदद से ऊपर ले जाया जाता है, जहाँ सोकिंग यानि भिगोने की प्रक्रिया होती है। इस चरण में धन को नियंत्रित तरीके से पानी में भिगोया जाता है जिससे वह पोहा बनाने के लिए उपयुक्त हो जाता है।

सूखाना और रोस्टिंग

  • भिगोने के बाद धन को सूखाया जाता है और फिर एक विशेष एलिवेटर के जरिये रोस्टर मशीन में भेजा जाता है।
  • रोस्टर में रोलर लगे होते हैं जो धन को समान रूप से भूनते हैं। सही भूनाई से पोहा की गुणवत्ता में निखार आता है और उसका स्वाद बेहतर होता है।

धन से पोहा बनाने की मशीन

भुने हुए धन को फिर एक विशेष मशीन में डाला जाता है, जहाँ से असली परिवर्तन शुरू होता है। यह मशीन धन को दबाकर पोहा में बदल देती है। तैयार पोहा एक टब में इकट्ठा किया जाता है, जबकि छिलका अलग हो जाता है।

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पोहा की सफाई और फिनिशिंग

इसके बाद पोहा को सफाई मशीन में भेजा जाता है, जहाँ वेस्ट मैटेरियल पूरी तरह से अलग कर दिया जाता है। फिर कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से पोहा फलेकर मशीन में जाता है। फलेकर में कपड़े प्रेस करने जैसी प्रक्रिया से पोहा को चिकनाई और चमक दी जाती है, जिससे इसकी फिनिशिंग बेहतरीन हो जाती है।

अंतिम सफाई और पैकिंग

फलेकर से निकलने के बाद पोहा एक और सफाई मशीन में जाता है, जो अंतिम रूप से किसी भी तरह की अशुद्धियों को हटा देती है। यदि किसी पैकेट में स्टील या नॉन-फेरस मेटल जैसी कोई अशुद्धि पाई जाती है तो मशीन उसे तुरंत पहचानकर अलग कर देती है, जिससे उत्पाद 100% शुद्धता के साथ ग्राहकों तक पहुँचे।

पैकिंग और डिस्पैच

साफ-सुथरे पोहा को आधा किलो और एक किलो के पैकेट्स में भरा जाता है। हर बोरी को सावधानी से ट्रकों में लादा जाता है और विभिन्न बाजारों में सप्लाई कर दिया जाता है। क्षिप्रा फूड्स का हर पैकेट गुणवत्ता, स्वच्छता और स्वाद का प्रतीक है।

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निष्कर्ष:

उज्जैन स्थित क्षिप्रा फूड्स में आधुनिक मशीनों और तकनीक की मदद से पारंपरिक पोहा को एक नए स्तर पर तैयार किया जा रहा है। यहाँ का हर दाना गुणवत्ता, मेहनत और निष्ठा का उदाहरण है। जो भी एक बार क्षिप्रा फूड्स का पोहा खाएगा, वह इसकी स्वच्छता, स्वाद और बेहतरीन बनावट का दीवाना हो जाएगा।


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