आजकल जहां पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नवाचार से सस्ते, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प तैयार कर रहे हैं। ऐसी ही एक मिसाल है यह अनोखी इलेक्ट्रिक साइकिल, जिसे एक देसी इनोवेटर ने खास तकनीक से डिजाइन किया है। यह साइकिल बैटरी से चलती है, लेकिन खास बात यह है कि जब बैटरी खत्म हो जाए, तो इसे पैडल से भी आसानी से चलाया जा सकता है।

बैटरी और मोटर की खासियत
इस साइकिल में 36 वोल्ट की 15 एम्पियर की बैटरी लगाई गई है, जो एक बार फुल चार्ज होने पर 50 से 60 किलोमीटर तक चल सकती है। बैटरी को फुल चार्ज करने में सिर्फ 1 यूनिट बिजली लगती है और इसे सिर्फ 4 घंटे में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है। इसमें इस्तेमाल की गई हब मोटर भी 36 वोल्ट की है, जो साइलेंट और स्मूथ राइडिंग का अनुभव देती है।
सेफ्टी फीचर्स: इलेक्ट्रिक ब्रेक और ऑटो पावर कट
इस साइकिल में एक खास इलेक्ट्रिक ब्रेक सिस्टम है। जैसे ही ब्रेक लगाया जाता है, बैटरी का कनेक्शन अपने आप कट हो जाता है, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित होती है और बैटरी की अनावश्यक खपत नहीं होती। यानी चलाते वक्त अगर ब्रेक लगाते हैं, तो मोटर की सप्लाई तुरंत बंद हो जाती है।

डिज़ाइन और सुविधाएँ
इस इलेक्ट्रिक साइकिल में बहुत ध्यान से कॉम्पैक्ट और बैलेंस्ड डिजाइन तैयार किया गया है। आगे का टायर बड़ा और पीछे का छोटा रखा गया है, जिससे राइडिंग स्मूद रहती है और वजन भी कम रहता है। इसमें चेन नहीं लगाई गई है ताकि ड्यूल साइज टायर के साथ डिज़ाइन बैलेंस बना रहे।
पीछे की ओर एक मजबूत बकेट (टोकरी) भी लगाई गई है, जिसमें सामान आसानी से रखा जा सकता है। हैंडल की पोजीशन को सही एंगल पर फिट किया गया है ताकि चलाने में थकान न हो। इसके अलावा इसमें डिजिटल मीटर लगा है, जो स्पीड और दूरी दोनों की जानकारी देता है।
स्टार्टिंग सिस्टम और पैंडल ऑप्शन
इस साइकिल को स्टार्ट करना बेहद आसान है। पहले उस पर बैठें, फिर चाबी घुमाएं – और साइकिल स्टार्ट हो जाती है। चाहे तो आप इसे स्कूटर की तरह राइड करें या फिर मैन्युअल मोड में पैडल से चलाएं।
अनुभव और भरोसा
इस साइकिल को बनाए हुए एक साल हो चुका है, और अब तक इसे 6,000 किलोमीटर तक चलाया जा चुका है। उपयोगकर्ता का कहना है कि यह साइकिल हर मौसम में, हर रास्ते पर उनका साथ देती है – न कोई सर्विस की टेंशन, न ही पेट्रोल-डीजल का खर्च।
भारत में बनी, भारत के लिए बनी
इस साइकिल पर पीछे लिखा गया है – “Bharat में बनी”, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को और मजबूत करता है। यह सिर्फ एक सवारी का साधन नहीं, बल्कि एक सोच है – सस्ती, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा की दिशा में एक कदम।
निष्कर्ष
अगर आप भी एक ऐसी साइकिल चाहते हैं जो बिजली से चले, पैडल से भी चले, सुरक्षित हो, सस्ती हो और देसी जुगाड़ का कमाल हो – तो यह अनोखी इलेक्ट्रिक साइकिल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
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