कमाल का पोर्टेबल स्विमिंग पूल, घरों के लिए भी उपयोगी


एक इंजीनियर भाई ने लगाई ऐसी कमाल की फैक्ट्री जिसमें विभिन्न प्रकार के बड़े-बड़े स्विमिंग पूल, स्पा, जकूजीस जेट्स लगाकर तैयार किए जाते है, जिन्हें हम कहीं भी आसानी से उठाकर ले जा सकते हैं। इनकी खास बात यह है कि इसमें स्टोर पानी महीनों तक खराब नहीं होता और यह कमाल है इसमें लगे फिल्ट्रेशन सिस्टम का जो पानी को बार-बार फिल्टर करते रहता है। आये जानते हैं अरुण देव त्यागी जी से इन स्विमिंग पूल में प्रयुक्त टेक्नोलॉजी के बारे में-
स्विमिंग पूल बनाने का तरीका:
इन स्विमिंग पूल्स को बनाने के लिए तीन-चार प्रक्रिया होती हैं। जिसमें सबसे पहले फाइबर वूल की डिफरेंट लेयर्स की फिटिंग कर इसका ढांचा तैयार किया जाता है। इस विशेष फाइबर से छोटे-छोटे पार्टस बनाए जाते हैं, जिन्हें बाद में जोड़कर आवश्यक साइज का स्विमिंग पूल बना लेते है। ढांचा तैयार हो जाने के बाद उसमें कलर शीट लगाकर तथा स्टेप्स बनाकर फिनिशिंग की जाती है। इसी के साथ एयर जेट्स, जकूजी जैट्स, एयर बबर्ल्स तथा फिल्ट्रेशन सिस्टम लगाया जाता है।
इस प्रकार एक पूल को बनने में करीब चार से पांच दिन लग जाते हैं। इसमें कुछ मशीन का कार्य तथा कुछ हाथों की कलाकारी होती है। यह स्वीम स्पा या एक तरह से हॉट टब की तरह कार्य करता है। इनका घर में बालकनी या छत पर सेट कर उपयोग किया जा सकता है तथा इसमें स्टोर पानी लगभग 1 साल तक कार्य करता है, जो बार-बार फिल्ट्रेशन होने के कारण एकदम फ्रेश रहता है। पानी निकालने के लिए इसमें ड्रेनेज सिस्टम भी लगा होता है। यदि किसी कारण स्विमिंग पूल का फाइबर कहीं से टूट जाए तो टूटे भाग पर दूसरा फाइबर लगाकर आसानी से मरम्मत फिक्स की जाती है। यह 21 फीट लंबा तथा 11 फीट चौड़ा और 4 फीट गहरा स्विमिंग पूल देखने में बेहद खूबसूरत है और ऐसा लगता है, जैसे टाइल्स बिछी हो परंतु यह सब फाइबर का ही कमाल है। इसका अपना स्वयं का कोई वजन नहीं होता, बल्कि जो वजन होता है वह पानी का ही होता है। यह पूरा पूल सिंगल पीस तथा बिना किसी जॉइंट के है। इसे फैमिली पूल भी कहा जाता है। इसी प्रकार इनके पास विभिन्न डायमेंशन के पूल उपलब्ध है।
अन्य डिजाइन तथा तकनीक में एक ओवरफ्लोर नाम से स्पा पूल है, जिसमें पानी ऊपर से फ्लो होकर नीचे की तरफ आता है। इसमें भी उपरोक्त पूल की तरह जकूजी एयर जेट तथा फिल्ट्रेशन सिस्टम लगता है। यदि किसी को और अधिक बड़ा पूल बनवाना है, तो इसमें अतिरिक्त पैनल जोड़कर इसे बढ़ाया भी जा सकता है, जिसे प्रीफैबरीकेटेड लाइनर पूल कहा जाता है। इसमें कॉर्नर बाय कॉर्नर लीकेजप्रूफ दीवार जुड़कर बनती चली जाती है। यह अपनी इस फैक्ट्री में पूल के विभिन्न पार्टों को तैयार करके रख देते हैं और डिमांड आने पर आवश्यकता अनुसार डिजाइन का पूल कुछ ही घंटे में तैयार कर देते हैं।
सैंपल के तौर पर इन्होंने अपनी इस फैक्ट्री में एक पूल को बनकर तैयार किया हुआ है, जिसके अंदर पानी लगभग 1 साल से भरा है और जो एकदम फ्रेश और साफ है। इसमें लगा यह फिल्टर किसी भी तरह के पूल को साफ करने में सक्षम है, चाहे वह पूल फाइबर प्लास्टिक या कंक्रीट का क्यों ना बना हो। इस प्रकार इन फिल्टरस् का प्रयोग कंक्रीट के पूल में भी कर सकते हैं। इन पूल के लिए एक कवर भी आता है, जो इनकी सनलाइट और धूल मिट्टी से सुरक्षा करता है। तो दोस्तों कैसी लगी आपको यह अनोखी जानकारी कमेंट कर अवश्य बताएं तथा ऐसी ही और महत्वपूर्ण जानकारी के लिए जुड़े रहे "द अमेजिंग भारत" के साथ। धन्यवाद॥
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