गेहूँ की सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली किस्में


उन किस्मों का नाम है-
अगेती किस्म
सामान्य किस्म
पछेती किस्म
बुआई का समय
अगेती किस्म की बुआई 25 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक होती है । समान्य किस्म की बुआई का समय 20 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक का होता है । और आखिरी किस्म यानी पछेती किस्म की बुआई 1 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक होती है।
गेहूँ की विविधता -
विविधता– WH 2851 [Pusa vishesh]
यह अगेती और सामान्य विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 85 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 145 दिन में सपर्ण होती है और उपज 23.5 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। इसमें यह दोष है कि यह पीले जंग से ग्रस्त हो सकता है।
विविधता- HD 2967 [ pusa sindhu ganga ]
यह अगेती और पछेती विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 101 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 150 दिन में सपर्ण होती है और उपज 24 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। इसका यह दोष है कि इसमें करनाल बंट हो सकता है। हमरा सुझाव है कि आप इसको बौना किस्म के साथ मिलाकर लगाये ।
विविधता- HD 3086
यह अगेती विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 96 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 155 दिन में सपर्ण होती है और उपज 24 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह पीले और भूरे रंग के जंग के लिए प्रतिरोधी है।
विविधता- WH 1105
यह एक अगेती विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 97 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 155 दिन में सपर्ण होती है और उपज 25 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। इसकी यह खास बात है कि इस पर हवा से कम प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण यह जमीन पर नहीं गिर पाता है।
विविधता- PBW 725
यह अगेती विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 105 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 150 दिन में सपर्ण होती है और उपज 23 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह पीले और भूरे रंग के जंग के लिए प्रतिरोधी है।
विविधता- unnat PBW 550
यह सामान्य विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 105 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 145 दिन में सपर्ण होती है और उपज 23 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह पीले के जंग के लिए प्रतिरोधी है।
विविधता- PBW 343
यह सामान्य विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 100 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 150 दिन में सपर्ण होती है और उपज 23.4 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह रोती बनाने के लिए सबसे उत्तम है । यह में उत्तर प्रदेश में मशहूर है।
विविधता- DBW 14 & 16
यह पछेती विविधता है। इसमें DBW 16 एक नई किस्म है। इसकी परिपक्वता 140 दिन में सपर्ण होती है और उपज 21 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है।
विविधता- PBW 373
यह भी एक पछेती विविधता है। इसके पौधे की ऊँचाई 90 सें.मी. तक होती है। इसकी परिपक्वता 140 दिन में सपर्ण होती है और उपज 18 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह हवा से कम गिरता है।
विविधता- HD 3059
यह पछेती विविधता है। इसकी परिपक्वता 135 दिन में सपर्ण होती है और उपज 21 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह भी रोती बनाने के लिए उत्तम विविधता है।
विविधता- PBW 1 Zn
यह अगेती विविधता है। इसकी परिपक्वता 151 दिन में सपर्ण होती है और उपज 22.5 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह भूरे जंग के लिए प्रतिरोधी है। इसमें जंग की मात्रा अधिक होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
विविधता- C 306
यह अगेती विविधता है। इसकी परिपक्वता 150 दिन में सपर्ण होती है और उपज 10 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो जाती है। यह विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। और जंग के लिए प्रतिरोधी। यह रोटी के लिए सबसे अच्छा है।
Comment
Also Read

रंगीन शिमला मिर्च की खेती से किसानों को मुनाफा
भारत में खेती को लेकर अब सोच बदल र

पपीते की खेती – किसानों के लिए फायदे का सौदा
खेती किसानी में अक्सर किसान भाई यह

बकरी के दूध से बने प्रोडक्ट्स – पनीर, साबुन और पाउडर
भारत में बकरी पालन (Goat Farming)

एक्सपोर्ट के लिए फसलें: कौन-कौन सी भारतीय फसल विदेशों में सबसे ज्यादा बिकती हैं
भारत सिर्फ़ अपने विशाल कृषि उत्पादन के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया क

एलोवेरा और तुलसी की इंटरक्रॉपिंग – कम लागत, ज़्यादा लाभ
आज के समय में खेती सिर्फ परंपरागत फसलों तक सीमित नहीं रही है। बदलत
Related Posts
Short Details About