किन-किन जानवरों का दूध पिया जाता है?


दूध एक ऐसा पोषण भरा पेय है जो लगभग हर देश और संस्कृति का हिस्सा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में सिर्फ गाय या भैंस का दूध ही नहीं, बल्कि कई और जानवरों का दूध भी बड़े पैमाने पर पीया जाता है? जी हां, अलग-अलग देशों, इलाकों और जनजातियों में जलवायु, परंपराएं और जरूरतें अलग होती हैं, इसलिए वहां के लोग विभिन्न जानवरों के दूध का सेवन करते हैं।
तो आइए जानते हैं कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में किस-किस जानवर का दूध पिया जाता है, और उसका क्या महत्त्व है:
1. भेड़ (Sheep)
देश: टर्की, स्पेन, इटली, यूनान - भेड़ का दूध गाढ़ा और क्रीमी होता है। यूरोप में इससे ‘रोकेफोर्ट’, ‘पेकोरिनो’ और ‘मंजेगो’ जैसे प्रसिद्ध चीज़ बनाए जाते हैं। यह दूध विटामिन B12 और ज़िंक से भरपूर होता है।
2. घोड़ी (Horse / Mare)
देश: मंगोलिया, कज़ाकिस्तान, रूस - मंगोलिया में घोड़ी का दूध ‘कुमिस’ नामक एक खट्टा पेय बनाकर पिया जाता है। यह दूध हल्का मीठा होता है और उसमें प्राकृतिक तौर पर एल्कोहल बन जाता है। इसे ऊर्जा देने वाला और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला माना जाता है।
3. गधी (Donkey)
देश: इटली, फ्रांस, मिस्र, भारत (कुछ हिस्सों में) - गधी का दूध बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह बहुत हल्का होता है और मानव दूध के सबसे करीब माना जाता है। फ्रांस और इटली में इसका साबुन और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स भी बनते हैं।

4. याक (Yak)
देश: तिब्बत, नेपाल, भूटान, चीन - ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में याक का दूध बेहद जरूरी पोषण स्रोत है। इसका दूध बहुत गाढ़ा और मलाईदार होता है। तिब्बत में इससे ‘चुरपी’ (कड़ा पनीर) और ‘बटर टी’ बनाई जाती है, जो ठंड में ऊर्जा देती है।
5. बारहसिंगा या हिरण (Reindeer / Deer)
देश: रूस (साइबेरिया), फिनलैंड, नार्वे - आर्कटिक क्षेत्रों में हिरण का दूध पोषण का मुख्य स्रोत है। यह दूध बहुत गाढ़ा और वसा युक्त होता है, जो ठंडे इलाकों में ज़रूरी ऊर्जा प्रदान करता है।
6. भालू (Bear) (कम मात्रा में)
देश: रूस, कुछ आदिवासी क्षेत्र - भालू का दूध औषधीय प्रयोगों में इस्तेमाल होता है। हालांकि ये सामान्यतः उपलब्ध नहीं होता, लेकिन रिसर्च में पाया गया है कि इसमें हाई फैट और प्रोटीन होता है।
7. सूअर (Pig)
देश: जापान, अमेरिका - सूअर का दूध मनुष्यों के लिए असामान्य है, लेकिन कुछ प्रयोगों और रिसर्च में इसका टेस्टिंग किया गया है। इसका दूध निकालना कठिन और व्यावसायिक रूप से उपयोगी नहीं है, लेकिन इसे विज्ञान के लिए स्टडी किया गया है।

8. गाय (Cow)
देश: भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, जर्मनी - गाय का दूध सबसे ज़्यादा पिया जाने वाला दूध है। इसमें कैल्शियम, विटामिन D और प्रोटीन भरपूर होता है। भारत में खासकर देसी गायों जैसे गिर, साहीवाल और राठी का दूध आयुर्वेदिक रूप से लाभकारी माना जाता है। दुनिया के कई देशों में गाय के दूध से चीज़, मक्खन, दही और योगर्ट बनाए जाते हैं।
9. भैंस (Buffalo)
देश: भारत, पाकिस्तान, मिस्र, नेपाल - भैंस का दूध गाढ़ा, मलाईदार और पौष्टिक होता है। इसमें फैट और प्रोटीन की मात्रा गाय से ज़्यादा होती है। भारत में अमूल, मदर डेयरी जैसी कंपनियां भैंस के दूध से पनीर और मिठाइयां बनाती हैं।
10. बकरी (Goat)
देश: फ्रांस, नाइजीरिया, भारत, ग्रीस, ईरान - बकरी का दूध आसानी से पचने वाला और एलर्जी फ्री माना जाता है। यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यूरोप में बकरी के दूध से खास किस्म की चीज़ बनाई जाती है, जैसे - फेटा और शेवर चीज़।
11. ऊंट (Camel)
देश: सऊदी अरब, सोमालिया, केन्या, UAE, भारत (राजस्थान, गुजरात) - ऊंट का दूध रेगिस्तानी इलाकों का अमृत है। इसमें विटामिन C और आयरन अधिक होता है। इसे डायबिटीज और ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज में भी उपयोग किया जा रहा है। राजस्थान में अब ऊंटनी का दूध पैकेजिंग में बिक रहा है।

दूध और संस्कृति का संबंध
हर देश और इलाका अपने रहन-सहन, जलवायु और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूध का चयन करता है। उदाहरण के लिए, भारत में गऊ माता का धार्मिक महत्त्व है, इसलिए यहां गाय का दूध सर्वोपरि माना जाता है। वहीं मंगोलिया और अफ्रीकी देशों में लोग घोड़ी या ऊंटनी का दूध दैनिक जीवन का हिस्सा मानते हैं।
क्यों अलग-अलग जानवरों का दूध पिया जाता है?
जलवायु: जैसे रेगिस्तानी इलाकों में ऊंट पालन आम है।
उपलब्धता: जहाँ गाय या भैंस नहीं, वहाँ बकरी, याक या ऊंट ज्यादा होते हैं।
पोषण: कुछ दूध में विशेष पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्थानीय जरूरतों को पूरा करते हैं।
परंपरा: सदियों पुरानी आदतें भी इसके पीछे वजह हैं।
निष्कर्ष
दूध सिर्फ पोषण का साधन नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर भी है। दुनिया में गाय और भैंस के अलावा भी कई जानवरों का दूध पिया जाता है, जिनका अपना स्वाद, उपयोग और महत्त्व है।
आने वाले समय में जैसे-जैसे लोग अलग-अलग दूधों के गुणों को जानेंगे, वैसे-वैसे ऊंट, बकरी, याक या घोड़ी जैसे दूधों की मांग भी बढ़ेगी। ऐसी अमेजिंग जानकारी के लिए जुड़े रहे Hello kisaan के साथ और आपको ये जानकारी कैसी लगी हमे कमेंट कर के जरूर बताइये ।।जय हिन्द जय भारत ।।
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